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माधोगढ़ की पहाड़ी के बीच बने दर्रे में पानी छोड़ने की योजना बना रहा सिंचाई विभाग

09:52 AM Jul 12, 2023 IST
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महेंद्रगढ़, 11 जुलाई ( निस)
उत्तरी हरियाणा में बारिश के चलते बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इस चिंताजनक स्थिति से निपटने के लिए बारिश के पानी को नहरों के माध्यम से यहां की बरसाती नदियों में छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही सिंचाई विभाग यहां के माधोगढ़ पहाड़ की घाटी (दर्रे) में भी पानी छोड़ेगा ताकि यहां पर जलस्तर ऊपर आ सके, वहीं क्षेत्र के लोगों की कई वर्षों पुरानी मांग रही है कि पहाड़ के बीचोंबीच स्थित घाटी में पानी छोड़ा जाए। पहाड़ की घाटी में पानी छोड़ने के बाद यहां का नजारा देखने लायक होगा।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सिंचाई विभाग अब माधोगढ़ की पहाड़ी के बीच बने दर्रे में पानी छोड़ने की योजना बना रहा है। यह पानी सतनाली फीडर से आगे माधोगढ़ डिस्ट्रीब्यूटरी व ब्रांच के माध्यम से छोड़ने की योजना है। इससे न केवल जल स्तर में सुधार होगा बल्कि इस जहां का नजारा भी देखने लायक होगा।
सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता बिजेंद्र सिंह नारा ने बताया कि कार्यकारी अभियंता नारनौल द्वारा 29 चैनलों में पानी छोड़ दिया गया है। इस क्षेत्र की हसनपुर चैनल पर भी अति शीघ्र पानी छोड़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में कार्यकारी अभियंता को आदेश दिए गए हैं कि ऐसे तालाब जो पंपिंग द्वारा भरे जाते हैं, उनको पानी से लबालब भर दिया जाए। इस क्षेत्र की कृष्णावती और दोहान रिवर में बेड में हर वर्ष रिचार्ज होता है। इस वर्ष भी ज्यादा से ज्यादा कृष्णावती रिवर और दोहन रिवर के बेड को रिचार्ज किया जाएगा ताकि यहां जमीन का पानी का स्तर ऊपर आ सके। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के सभी अधिकारियों को दिन-रात कैनाल नेटवर्क पर मॉनिटरिंग जारी रखने को कहा गया है। नांगल चौधरी के सबसे लंबे चैनल पर बरसात के सीजन में पूरे 100 दिन तक पानी चलेगा।
उन्होंने बताया कि यमुनोत्री के कैचमेंट और ऊपर पहाड़ों में बारिश इतनी ज्यादा हो रही है। इस समय यमुना रिवर में कहीं भी पानी की कोई कमी नहीं है। यमुना नदी के इस पानी का सदुपयोग किया जाएगा ताकि दक्षिणी हरियाणा के प्रत्येक किसान के खेत तक पानी पहुंच जाए।

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