चौक के सौंदर्यीकरण में गड़बड़ी, सीएम फ्लाइंग ने किया खुलासा
गुरुग्राम, 24 दिसंबर (हप्र)
कन्हई चौक के सौंदर्यीकरण के काम में गड़बड़ी मिलने का खुलासा हुआ है। सीएम फ्लाइंग टीम ने ठेकेदार पर जुर्माना लगाकर जीएमडीए को वसूली करने के लिए सिफारिश भेजी गई है। मार्च माह में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता ने पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की मदद से इस चौक में इस्तेमाल निर्माण सामग्री के नमूने लिए थे।
पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के उपमंडल अभियंता राजेश कुमार ने जांच में पाया कि इस कार्य में 1173 सीमेंट के कट्टे लगने थे। रिपोर्ट का आंकलन करने के बाद निष्कर्ष निकला है कि 805 कट्टे सीमेंट का इस्तेमाल हुआ है। 368 कट्टे सीमेंट निर्माण सामग्री में कम लगे हैं। हरियाणा पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि करीब 1.10 लाख रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है।
विजिलेंस ने वित्तीय नुकसान के बराबर का जुर्माना निर्माणाधीन एजेंसी पीसी गुप्ता एंड कंपनी पर ठोंका है। जीएमडीए से सिफारिश की गई है कि इस ठेकेदार से 2.20 लाख रुपये की राशि की वसूली की जाए। चौराहे को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए जीएमडीए ने महंगे पौधों को लगाया था। अब देखरेख के अभाव में करीब 50 प्रतिशत पौधे सूख गए हैं। बताया जा रहा है कि इन पेड़-पौधों को समय पर पानी नहीं दिया जाता है, जिस वजह से यह नुकसान हुआ है। इन पौधों की कीमत करीब दो लाख रुपये बताई जा रही है।
डीएमडीए करवा रहा था सौंदर्यीकरण
जांच में इन नमूने में सीमेंट का इस्तेमाल कम होना पाया गया। चौक का सौंदर्यीकरण गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की तरफ से एक गैर सरकारी संस्था की मदद से करवाया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री उड़नदस्ता ने नुकसान की भरपाई करने के साथ-साथ जुर्माना ठोंका है। अब नुकसान की भरपाई और जुर्माना राशि की वसूली के लिए जीएमडीए को सिफारिश भेजी है।
2 करोड़ के एस्टीमेट किया था तैयार
जीएमडीए ने कन्हई चौक के सौंदर्यीकरण के लिए करीब दो करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया था। निर्माण चलने के दौरान मुख्यमंत्री उड़नदस्ता ने गत छह मार्च को निर्माण सामग्री के नमूने लिए थे। इसमें एक नमूना लिया था, जबकि दूसरा नमूना प्लास्टर के लिए सीमेंट और रेत को मिलाकर इस्तेमाल सामग्री का लिया था। इनको जांच के लिए मधुबन स्थित फॉरेंसिक साईंस लैब में भेजा था। निर्माण सामग्री 22 अगस्त को लैब में सीनियर साइंटिफिक असिस्टेंट ने नमूने की जांच में ईंट की क्वालिटी को सही पाया, जबकि प्लास्टर में इस्तेमाल सामग्री में सीमेंट का कम इस्तेमाल होना पाया गया। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री उड़नदस्ता ने पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के पास यह आंकलन करने के लिए भेजा था कि कितना सीमेंट इस्तेमाल हुआ।