IPL 2025 : पर्दे के पीछे से CSK की कप्तानी करने की अफवाहों पर बोले धोनी- 99 फीसदी फैसले ऋतुराज के...
चेन्नई, 24 मार्च (भाषा)
IPL 2025 : करिश्माई क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने रुतुराज गायकवाड़ को चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी सौंपने के बावजूद पर्दे के पीछे से निर्णय लेने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में प्रासंगिक बने रहने के लिए खुद को परिस्थितियों के अनुसार ढालने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
धोनी ने की गायकवाड़ की कप्तानी पर बात
चेन्नई की रविवार की रात को खेले गए मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 4 विकेट से जीत के बाद जियोस्टार से बात करते हुए धोनी ने गायकवाड़ के नेतृत्व, अपनी फॉर्म और मौजूदा लीग में की जा रही क्षेत्रीय कमेंट्री के बारे में भी बात की। धोनी ने कहा, ‘‘बल्लेबाज अब जोखिम लेने को तैयार हैं। बल्लेबाजों का मानना है कि उचित क्रिकेट शॉट्स के साथ वे बड़े स्ट्रोक खेल सकते हैं। फिर चाहे वह तेज गेंदबाज के खिलाफ रिवर्स स्कूप हो, स्वीप हो या तेज गेंदबाज के खिलाफ रिवर्स स्वीप हो।''
मैं उनसे अलग हूं : धोनी
उन्होंने कहा, "मैं उनसे अलग नहीं हूं। मुझे भी खुद को ढालना होगा। जहां मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, वहां मेरे लिए यही जरूरी है। आपको कोशिश करनी होगी और प्रासंगिक बने रहना होगा।'' धोनी ने कहा, "हमने जिस तरह से 2008 में टी20 खेला था और जिस तरह से हम पिछले साल आईपीएल में खेले उसमें बहुत अंतर था। पहले विकेट काफी टर्न लेते थे लेकिन अब भारत के विकेट पहले की तुलना में काफी बेहतर बन गए हैं। यह बल्लेबाजों के लिए अधिक अनुकूल है।''
गायकवाड पर नहीं थोपते अपनी सलाह
चेन्नई ने धोनी के कप्तान रहते हुए 5 आईपीएल खिताब जीते, लेकिन उन्होंने 2024 के सत्र से पहले गायकवाड को कमान सौंप दी थी। धोनी ने कहा कि हालांकि वह गायकवाड़ के साथ चर्चा करते हैं, लेकिन वह उन पर अपनी सलाह नहीं थाेपते हैं। रुतुराज काफी समय से हमारी टीम का हिस्सा हैं। उनका स्वभाव बहुत अच्छा है, वह बहुत शांत व धैर्यवान हैं इसलिए हमने उन्हें कप्तान के रूप में चुना।
धोनी ने कहा कि मुझे याद है कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले, मैंने उनसे यह भी कहा था, अगर मैं आपको सलाह देता हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको इसका पालन करना होगा। मैं जितना संभव हो सके दूर रहने की कोशिश करूंगा। बहुत से लोगों को लगा कि मैं पर्दे के पीछे से फैसले कर रहा था लेकिन सच तो यह है कि वह 99 फीसदी फैसले ले रहे थे।