For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

निवेशकों ने किया सहायक पंजीयक का घेराव

07:03 AM Mar 28, 2024 IST
निवेशकों ने किया सहायक पंजीयक का घेराव
सोलन स्थित सहायक पंजीयक के कार्यालय का घेराव करते सुबाथू सहकारी सभा के निवेशक।
Advertisement

सोलन, 27 मार्च (निस)
सुबाथू अर्बन नॉन एग्रीकल्चर थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट कोऑप्रेटिव सोसायटी सुबाथू के निवेशकों ने बुधवार को सब्जी मंडी में स्थित सहायक पंजीयक कार्यालय पहुंच कर सहायक पंजीयक का घेराव किया। निवेशकों ने सोसायटी के पूर्व चेयरमैन की गिरफ्तारी की मांग की। उनका आरोप है कि पूर्व चेयरमैन ने करीब 18 करोड़ रुपया अपने परिजनों व चहेतों को बिना गारंटी के बांटा है, लेकिन उसके खिलाफ सहायक पंजीयक कार्यालय की ओर से कोई अतिवादी कदम नहीं उठाया गया, जिससे निवेशकों में रोष पनप रहा है।
सुबाथू अर्बन नॉन एग्रीकल्चर थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट कोऑप्रेटिव सोसायटी वर्ष 2023 में उस समय विवादों के घेरे में आई थी, जब एक निवेशक ने अपने 60 लाख रुपए वापस न लौटाने का आरोप लगाते हुए सदर थाना सोलन में शिकायत दर्ज करवाई थी। उस शिकायत के बाद निवेशकों में हड़कंप मच गया था। लोग अपनी गाढ़ी कमाई को वापस लेने के लिए सोसायटी के चक्कर काटने लगे थे, लेकिन तत्कालीन चेयरमैन ने लोगों को उनकी जमा राशि वापस नहीं की। उसके बाद सहायक पंजीयक के कार्यालय में लोगों की शिकायत मिलने के बाद खुलासा हुआ कि चेयरमैन ने करीब 18 करोड़ रुपए की राशि तो अपने पारिवारिक सदस्यों या चहेतों में ही बांटी हुई है।
उसके बाद सोसायटी की आम सभा बुलाई गई और नए निदेशकों का चुनाव हुआ। इसमें संदीप गुप्ता को सोसायटी का नया चेयरमैन बनाया गया। संदीप गुप्ता ने लोगों को पैसे वापस करने के लिए हर प्रकार से कोशिश की, लेकिन जब उन्हें सफलता नहीं मिली और पूर्व चेयरमैन ने कोई राशि नहीं लौटाई तो निवेशकों में निराशा और रुपए डूबने का भय सताने लगा।

फूट पड़ा निवेशकों का गुस्सा

बुधवार को तो निवेशकों का गुस्सा फूट पड़ा और दर्जनों निवेशकों ने सोसायटी के चेयरमैन संदीप गुप्ता के नेतृत्व में सहायक पंजीयक कार्यालय में पहुंच कर सहायक पंजीयक का घेराव कर दिया। लोगों का आरोप है कि निवेशक अपनी बीमारी, घरेलू समस्याओं, विवाह शादी इत्यादि के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पर विवश हो गए हैं। आज सोलन पहुंचे 80 वर्षीय बुजुर्ग पूर्व सैनिक भीम बहादुर ने बताया कि उनके 13 लाख रुपए फंसे पड़े हैं। उनका कहना कि उन्होंने 1962, 65 व 1971 के युद्ध लड़े हैं और यह उनकी खून पसीने की कमाई के रुपए हैं। उनके अलावा महिलाएं व अन्य निवेशक भी विभाग की कथित लेटलतीफी से खासे नाराज थे। इस दौरान उन्होंने सहायक पंजीयक गिरीश नड्डा और आरोपी पक्ष के अधिवक्ता को भी खूब खरी खोटी सुनाई। कहा कि घोटाले के आरोपी को नोटिस के बावजूद पेश नहीं किया जा रहा।

Advertisement

क्या कहना है अधिकारी का

इस बारे में सहायक पंजीयक गिरीश नड्डा ने बताया कि सोसायटी के पूर्व चेयरमैन सुशील गर्ग व अन्य की करीब 13 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति अटैच कर दी गई है। विभाग नियमानुसार उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में ला रहा है ताकि निवेशकों का पैसा जल्द से जल्द मिल सके।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
×