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जबरन डिलीवरी के मामले में जांच में 3 नर्स मिली दोषी

08:08 AM Sep 04, 2024 IST

फरीदाबाद, 3 सितंबर (हप्र)
बादशाह खान सिविल अस्पताल में बीते 21 अगस्त को डिलीवरी के दौरान एक महिला की गलत तरीके से डिलीवरी करने के दौरान गर्भ में ही बच्चे की हो गई थी। जिसके बाद पीड़िता महिला के पति, सास और मां द्वारा डिलीवरी कराने वाली 4 नर्सों पर मारपीट और जबरन डिलीवरी कराने के गंभीर आरोप लगाए थे। सिविल सर्जन ने इस मामले की जांच करवाई। अब इस केस में एनएचएम की स्टाफ नर्स बलजीत, मंजू, पूनम दोषी पाई गई हैं। फरीदाबाद के सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि उस दिन मॉर्निंग में तीन स्टाफ नर्स की ड्यूटी थी और इस दौरान उनकी लापरवाही पाई गई है, जांच कमेटी ने उनकी रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें यह तीनों दोषी पाई गई हैं, अब इन्हें टर्मिनेट करना है या सस्पेंड करना है इसकी कार्रवाई जिला उपायुक्त को करनी हैं।
यह है मामला : सेहतपुर की रहने वाली वर्षा डिलीवरी के लिए अस्पताल में 21 अगस्त को भर्ती हुई थी। अस्पताल में डिलीवरी के दौरान उसके साथ हुई ज्यादती का खुलासा किया है।
वर्षा ने बताया कि जब उसे लेबर पेन हो रहा था, तब उसकी मां से एक स्टाफ नर्स ने 3 हजार रुपये मांगे थे। इस दौरान चारों ने न केवल उसे बुरी तरह पीटा बल्कि उसके पेट एवं अन्य अंगों पर लात मार दी थी। पीड़िता वर्षा की मां रेखा ने बताया कि इस घटना को लगभग 10 दिन बीत चुके हैं। लेकिन अभी तक उनकी बहू के साथ मारपीट करने वाली चारों नर्सों को उनके सामने नहीं लाया गया है। अब पुलिस भी उल्टा उन पर ही फैसला करने का दबाव बना रही है। पुलिस उन्हें जाकर उलटे धमकाती है।
उन्होंने कहा कि महिला के ससुर विजय कुमार ने बताया कि उसके बाद बड़ी डॉक्टर ने उनकी बहू का ऑपरेशन किया इसके चलते उनकी बहू की जान बच पाई। वहीं पुलिस अब इस मामले को लेकर कार्रवाई करती हुई नजर नहीं आ रही है। अभी तक डिलीवरी कराने की एवज में 3000 रिश्वत मांगने वाली की स्टाफ नर्स पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस सभी को बचाने में जुटी है।

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नसों ने शरीर पर दो जगह लगाया था कट

वर्षा ने बताया कि मारपीट के दौरान उसे बेड से गिरा दिया गया था, फिर बेड पर डाला गया और फिर उसके साथ मारपीट की गई। जबरदस्ती उसके बच्चे की डिलीवरी कराई जा रही थी। इस दौरान उसके शरीर पर दो जगह कट लगा दिए। इसके बाद उसकी आंखों के आगे अंधेरा छाने लगा और उसे कुछ पता नहीं चला। बाद में जब उसे होश आया तो बताया कि उसने बच्ची को जन्म दिया था, जिसकी मौत हो चुकी है। वर्षा ने कहा कि उसकी बच्ची की मौत की जिम्मेदार यदि कोई है तो उसके साथ मारपीट करने वाली वे चारों स्टाफ नर्स हैं।

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