पुरुषों की मौजूदगी में एम्बुलेंस में डिलीवरी के मामले की जांच शुरू
जींद, 25 नवंबर(हप्र)
स्वास्थ्य विभाग की चलती एंबुलेंस में एक महिला द्वारा बच्चे को जन्म देने और इस दौरान एंबुलेंस में तीन बाहरी पुरुषों की मौजूदगी के बड़े मामले की जांच जींद के सिविल सर्जन कार्यालय ने शुरू कर दी है। जांच के सिलसिले में सोमवार को शकुंतला नामक महिला के बयान दर्ज किए गए।
पिछले दिनों जींद जिले के बुढ़ा खेड़ा लाठर गांव की एक गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए जुलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया था। महिला के शरीर में खून की कमी बता कर वहां डिलीवरी करवाने से मना करते हुए महिला को पीजीआई रोहतक के लिए रेफर कर दिया गया था। गर्भवती को डिलीवरी के लिए सीएचसी जुलाना में लेकर आई उसकी दादी शकुंतला ने बताया कि गर्भवती को पीजीआई रोहतक के लिए रेफर कर दिया। जब उसे सरकारी एंबुलेंस में पीजीआई रोहतक के लिए रेफर किया गया, तब एम्बुलेंस में एक मरीज और उसके दो अन्य साथियों को बैठा दिया गया। जुलाना और रोहतक के बीच लाखन माजरा गांव के पास चलती एंबुलेंस में तमन्ना ने बच्चे को जन्म दे दिया। इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग और सरकार को की गई थी।
शकुंतला ने सोमवार को डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया के सामने बयान दर्ज करवाए। शकुंतला ने कहा कि डिलीवरी के मामले में और उसे पीजीआई रोहतक रेफर करते समय लापरवाही बरती गई। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ पालेराम कटारिया ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपी जाएगी।