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इंटरनेशनल डे ऑफ बायोडायवर्सिटी पर इंटर स्कूल पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता

07:06 AM May 24, 2025 IST
इंटरनेशनल डे ऑफ बायोडायवर्सिटी पर इंटर स्कूल पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता
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मनीमाजरा (चंडीगढ़), 23 मई (हप्र)
इंटरनेशनल डे फॉर बायोलॉजिकल डायवर्सिटी के अवसर पर सेक्टर-18 स्थित द न्यू पब्लिक स्कूल (एनपीएस), युवसत्ता-एनजीओ और यूटी प्रशासन के पर्यावरण विभाग की ओर से स्कूल कैंपस में इंटर स्कूल पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस पहल के बारे में जानकारी साझा करते हुए द न्यू पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल मनीष हबलानी ने कहा कि प्रसिद्ध पर्यावरणविद् कुलभूषण कंवर द्वारा एक स्पेशल टॉक भी आयोजित की गई, जिसमें बायोडायवर्सिटी को बढ़ावा देने में मधुमक्खियों, पक्षियों और तितलियों के पारिस्थितिक महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर पुस्तक दान अभियान ‘किताबों का लंगर’ का 8वां संस्करण आयोजित किया गया। चंडीगढ़ के विभिन्न प्रमुख स्कूलों से एकत्रित की गई लगभग 1,500 पुस्तकों को स्लम एरिया और ग्रामीण स्कूलों के बच्चों को लाभ पहुंचाने के लिए दान किया गया। चंडीगढ़ के मुख्य वन संरक्षक और पर्यावरण विभाग के निदेशक सौरभ कुमार ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बायोडायवर्सिटी संकट पौधों, जानवरों और आवासों की त्वरित हानि जो मुख्य रूप से मानवीय गतिविधियों के कारण हो रही है, को दूर करने में हम सभी की भूमिका है। जूनियर और सीनियर दोनों श्रेणियों में पांच उत्कृष्ट पोस्टर बनाने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। जूनियर वर्ग (कक्षा 7 तक) के विजेताओं में जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, मोहाली के पेरेनियल, एकेसिप्स-45 की अराधना, गुरुकुल ग्लोबल स्कूल की अमीषी गोयल, द न्यू पब्लिक स्कूल के कृष ठाकुर और गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मनीमाजरा की ख़ुशी शामिल हैं । सीनियर वर्ग के विजेताओं में आरआईएमटी वर्ल्ड स्कूल की रिधिमा दुरेजा, गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, एमएचसी, सेक्टर 13 की जैनब खान, द न्यू पब्लिक स्कूल की मन्नत, एकेसिप्स-45 की गुरनूर सोहल और सेक्रेड हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंडीगढ़ की समायरा गोयनका शामिल हैं। युवसत्ता के समन्वयक प्रमोद शर्मा ने बायोडायवर्सिटी से संबंधित गतिविधियों में बच्चों को शामिल करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि जब बच्चों को छोटी उम्र से ही ऐसी पहलों में शामिल किया जाता है, तो उनमें प्रकृति, पौधों और जानवरों के प्रति सच्चा प्यार विकसित होने लगता है । यह आजीवन पर्यावरण संरक्षण की नींव रखता है।

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