भाजपा सरकार किसानों के लंबित मुद्दों के हल की बजाय दमन पर उतारू
रोहतक, 12 दिसंबर (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा ने आरोप लगाया कि किसानों के लंबित मुद्दों को हल करने की बजाय भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार किसानों का दमन करने पर उतारू है। जिन मुद्दों को हल करने के लिए सरकार ने आश्वासन दिया था, उनके हल न होने पर किसान प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं, जिस पर सरकार पहले कह रही थी कि किसान ट्रैक्टर लेकर नहीं जा सकते। अब किसान पैदल जाना चाहते हैं तो पैदल जाने से भी रोका जा रहा है। नोएडा में भी किसानों को प्रदर्शन करने से रोकने के लिए बड़े पैमाने पर किसानों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
यहां जारी बयान में संयुक्त किसान मोर्चा नेता सुमित दलाल ने बताया कि बीती देर रात मोर्चा की ऑनलाइन मीटिंग की गई जिसकी अध्यक्षता डॉ सुखदेव जम्मूकी और मास्टर सतीश ने संयुक्त तौर पर की। उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा की 16 दिसंबर को राज्य स्तरीय मीटिंग नरवाना में होगी। सुमित दलाल ने कहा कि संविधान के तहत देश की जनता को अपने हकों के लिए संघर्ष करने का अधिकार मिला है जिसे कुचलने के लिए सरकार दमन पर उतारू है। संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार और कृषि मंत्री के उन बयानों की भी निंदा की है जिसमें वो बार बार पंजाब के किसानों को बदनाम कर रहे हैं। एमएसपी की मांग पूरे देश के किसानों की है जो न मिलने से किसान कर्जदार होते जा रहे हैं। जो हाल में एमएसपी मिल रहा है वो ए 2 एफ ल (फैमिली लेबर) के अनुसार है जबकि किसान आंदोलन की मांग स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश अनुसार लगात का डेढ़ गुना दाम सी 2 50 % की है।
मोर्चा ने कल कृषि मंत्री द्वारा हरियाणा में सभी 23 फसलों पर एमएसपी देने के बयान को भ्रामक और सच्चाई से कोसों दूर बताया।
ऑनलाइन मीटिंग में दर्जन भर संगठनों ने हिस्सा लिया जिसमें रतन मान, कवरजीत सिंह, करनैल सिंह, गुरदीप सिंह, रणवीर मलिक, सतेंद्र लोहचब, धर्मपाल, हरजिंदर, अजय सिधानी, प्रेम सिंह गहलावत, इंद्रजीत सिंह, संदीप सिवाच, बलबीर सिंह, सतीश बैनीवाल, सुमित दलाल, राजीव मलिक, विकास सीसर, कर्मवीर आदि शामिल रहे।