जीएसटी की दरें कम होने से बढ़ेंगे उद्योग, कम होगी महंगाई : गर्ग
हिसार, 29 नवंबर (हप्र)
अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार को जीएसटी में टैक्स की दरें कम करके एक टैक्स करना चाहिए। देश में टैक्स की दरें ज्यादा होने से व्यापार व उद्योग पर बुरा असर पड़ रहा है। टैक्स की दरें ज्यादा होने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। गर्ग ने कहा कि यह बात केंद्रीय अप्रत्यक्ष एवं सीमा शुल्क बोर्ड के पूर्व चेयरमैन पीसी झा ने भी मानी है और उन्होंने कहा है कि भारत देश में जीएसटी के तहत टैक्स कम करके एक टैक्स होना चाहिए। गर्ग ने कहा कि देश व प्रदेश में सब्जी, फल व खाद्य वस्तुओं पर कोई टैक्स नहीं होना चाहिए और टैक्स की दरें 3,5,12,18,28 प्रतिशत की बजाय एक ही जीएसटी अधिकतम 12 प्रतिशत होना चाहिए। देश में जीएसटी की दरें कम होने के व्यापार व उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। बजरंग गर्ग ने कहा कि आज देश में 28 प्रतिशत जीएसटी, 30 प्रतिशत इनकम टैक्स, 4 प्रतिशत मार्केट फीस, लाइसेंस फीस, एक्साइज ड्यूटी, वेटकर आदि प्रकार के टैक्स लागू कर रखे हैं। अनेक प्रकार के टैक्स होने के कारण व्यापारी व उद्योगपति व्यापार करने की बजाएं लेखा-जोखा रखने में उलझा रहता है। टैक्स की दरें ज्यादा होने पर देश में महंगाई बढ़ रही है और जनता पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। सरकार द्वारा सब्जी, फल, दूध, दही, कपड़ा, चीनी, दालों आदि पर टैक्स लगाने के कारण गरीब व्यक्ति दो वक्त की रोटी सब्जी-दाल के साथ खा नहीं सकता है।