रूस-यूक्रेन शांति में भारत की भूमिका अहम : ऑस्िट्रया
वियना, 10 जुलाई (एजेंसी)
ऑस्िट्रया के चांसलर कार्ल नेहमर ने बुधवार को कहा कि भारत एक प्रभावशाली और भरोसेमंद देश है। रूस-यूक्रेन शांति प्रक्रिया में भारत की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने ऑस्िट्रया को बतौर तटस्थ देश वार्तास्थल के लिए पेश किया। नेहमर की टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस वक्तव्य के दौरान आई। विगत 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्िट्रया की यह पहली यात्रा है। वर्ष 1983 में इंदिरा गांधी ने ऑस्िट्रया की यात्रा की थी। दोनों देशों के बीच संबंधों को भी 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
नेहमर ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ यूक्रेन में जारी संघर्ष पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी मॉस्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कई दौर की वार्ता करने के बाद यहां पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने ऑस्िट्रया के चांसलर के साथ सार्थक चर्चा की और इस दौरान उन्होंने यूक्रेन संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति समेत विश्व में जारी विवादों पर विस्तृत चर्चा की। गौर हो कि ऑस्िट्रया की यात्रा से पहले मोदी रूस में थे।
मोदी फिर बोले- यह युद्ध का समय नहीं
नेहमर के साथ बातचीत में मोदी ने फिर दोहराया, ‘यह युद्ध का समय नहीं है।’ मोदी ने कहा, ‘चांसलर नेहमर और मैंने दुनियाभर में जारी संघर्षों के बारे में विस्तृत वार्ता की।’ मोदी ने कहा कि समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं निकाला जा सकता। साथ ही आगामी दशक में सहयोग के लिए खाका तैयार किया है। आस्टि्रयाई कलाकारों ने वंदे मातरम की प्रस्तुति देकर मोदी का स्वागत किया। ऑर्केस्ट्रा का नेतृत्व विजय उपाध्याय ने किया। उपाध्याय (57) का जन्म लखनऊ में हुआ था। साल 1994 में वह वियना विश्वविद्यालय फिलहार्मनी के निदेशक बने।