For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Indian Tourist Destination : महाकालेश्वर ही नहीं, उज्जैन के ये 8 मंदिर भी है दुनियाभर में मशहूर, देश-विदेश से आते हैं भक्त

07:38 PM Feb 01, 2025 IST
indian tourist destination   महाकालेश्वर ही नहीं  उज्जैन के ये 8 मंदिर भी है दुनियाभर में मशहूर  देश विदेश से आते हैं भक्त
Advertisement

चंडीगढ़, एक फरवरी (ट्रिन्यू)

Advertisement

मध्य प्रदेश में पवित्र क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जैन एक ऐसा स्थान है, जहां भक्ति और विरासत खूबसूरती से एक साथ मिलते हैं। प्राचीन ग्रंथों में अवंतिका के नाम से जाना जाने वाला उज्जैन सदियों से शिक्षा, संस्कृति और भक्ति का केंद्र रहा है।

भारत के सात पवित्र शहरों (सप्त पुरी) में से एक उज्जैन तीर्थयात्रियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। उज्जैन का दिल और आत्मा इसके मंदिर हैं। प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग से लेकर अन्य महत्वपूर्ण मंदिरों तक, इस शहर के मंदिर पौराणिक कथाओं और परंपराओं से समृद्ध हैं। आज हम आपको उज्जैन के कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताएंगे, जहां आप घूमने जा सकते हैं।

Advertisement

महाकालेश्वर मंदिर
भगवान शिव को समर्पित महाकालेश्वर मंदिर भारत में ज्योतिर्लिंग के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है। शिप्रा नदी के तट पर स्थित यह मंदिर हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। उत्तर दिशा की ओर मुख किए हुए अन्य ज्योतिर्लिंगों के विपरीत, यहां शिव की मूर्ति दक्षिण मुखी (दक्षिण मुखी) है, जो यहां कि सबसे अनोखी बात है।

हरसिद्धि मंदिर
महाकालेश्वर से थोड़ी दूरी पर श्री हरसिद्धि माता मंदिर भारत के 51 शक्ति पीठों में से एक है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, हरसिद्धि मंदिर वह स्थान है जहां देवी सती की कोहनी गिरी थी। देवी हरसिद्धि के साथ इस मंदिर में देवी अन्नपूर्णा, महासरवती और महालक्ष्मी की भी पूजा की जाती है।

काल भैरव मंदिर
श्री काल भैरव मंदिर भगवान शिव के उग्र और क्रोधी रूप काल भैरव को समर्पित है। शहर के केंद्र से लगभग 4 किमी दूर स्थित, मंदिर को मराठा वास्तुकला शैली में बनाया गया है, जिसमें जटिल नक्काशी इसकी विशेषताओं को उजागर करती है। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में काल भैरव की मूर्ति काले पत्थर से बनी है।

श्री चौबीस खंबा मंदिर
एक पहाड़ी के ऊपर स्थित श्री चौबीस खंबा मंदिर का नाम इसकी अनूठी वास्तुकला डिजाइन से लिया गया है। मंदिर में चौबीस खंभे इसकी पूरी संरचना को सहारा देते हैं।

चिंतामन गणेश मंदिर
महाकालेश्वर मंदिर से थोड़ी पैदल दूरी पर चिंतामन गणेश मंदिर है, जो उज्जैन में सबसे लोकप्रिय पूजा स्थलों में से एक है। यहां भगवान गणेश की मूर्ति खूबसूरती से तैयार की गई है। इसके अलावा, मंदिर में पंचमुखी हनुमान की मूर्ति भी है ।

द्वारकाधीश गोपाल मंदिर
19वीं शताब्दी में निर्मित, द्वारकाधीश गोपाल मंदिर मुख्य रूप से भगवान कृष्ण के बाल अवतार को समर्पित है। इसमें भगवान शिव, पार्वती और गरुड़ की मूर्तियां भी हैं। मंदिर में संगमरमर की मीनार वाली वास्तुकला के साथ मराठा शैली की झलक भी देखने को मिलती है। बता दें कि मंदिर के दरवाजों पर एक बार महमूद गजनवी ने आक्रमण किया था, जो हिंदू धर्म को खत्म करना चाहता था। हालांकि बाद में मराठा शासक महादजी शिंदे ने उन्हें बहाल कर दिया था।

मंगलनाथ मंदिर
मंगलनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर मंगल ग्रह के जन्मस्थान को दर्शाता है। कई तीर्थयात्रियों यहां मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए आते हैं।

गढ़कालिका मंदिर
शिप्रा नदी के पास स्थित जय मां गढ़कालिका माता मंदिर देवी गढ़कालिका को समर्पित है, जो देवी काली का एक अवतार हैं। मान्यता के अनुसार, यह वह स्थान है जहां देवी कालिका ने उज्जैन को बुरी शक्तियों से बचाने के लिए शक्तिशाली अनुष्ठान किए थे इसलिए भक्त यहां शक्ति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगने आते हैं।

शनि मंदिर
उज्जैन में नवग्रह शनि मंदिर अन्य मंदिरों से काफी अलग है क्योंकि यह शनि ग्रह भगवान शनि को समर्पित है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह भारत का एकमात्र शनि मंदिर है जहां भगवान शनि को भगवान शिव के रूप में पूजा जाता है। हजारों भक्त शनि के नकारात्मक प्रभावों से राहत पाने के लिए यहां आते हैं।

Advertisement
Tags :
Advertisement