For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

‘इंडियन सोसायटी ऑफ़ पेरियोडोंटोलॉजी दंत चिकित्सा में कर रही सराहनीय कार्य’

10:35 AM Apr 29, 2024 IST
‘इंडियन सोसायटी ऑफ़ पेरियोडोंटोलॉजी दंत चिकित्सा में कर रही सराहनीय कार्य’
यमुनानगर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते अतिथि एवं विद्यार्थी। -हप्र
Advertisement

यमुनानगर, 28 अप्रैल (हप्र)
इंडियन सोसायटी ऑफ़ पेरियोडोंटोलॉजी, दंत चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रही है। सोसायटी जहां मसूड़ों से संबंधित रोगों की रोकथाम और जागरूकता के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं, वहीं दंत चिकित्सा विज्ञान के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इसी शृंखला को आगे बढ़ाते हुए डीएवी डेंटल कॉलेज यमुनानगर के प्रांगण में इंडियन सोसायटी ऑफ़ पेरियोडोंटोलॉजी द्वारा तीन दिवसीय समीक्षा कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन किया जा रहा है।
डीएवी डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉक्टर आईके पंडित ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले 5 वर्षों से लगातार डीएवी डेंटल कॉलेज में आयोजित किया जा रहा है, जो उनके लिए सौभाग्य की बात है। सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल कृष्णन, सेक्रेटरी आशीष जैन एवं विशाल मुंजाल द्वारा भी सोसायटी के बैनर तले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सराहनीय योगदान दिया जा रहा है और शिक्षा से सम्बंधित बेहतर व आधुनिक तकनीक से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
समीक्षा कार्यक्रम के दूसरे दिन अलग-अलग वक्ताओं द्वारा उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित किया गया, जिसमें आईटीए कॉलेज ग्रेटर नोएडा के प्रिंसिपल डीन डॉक्टर सच्चिदानंद अरोड़ा ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य परीक्षा से पूर्व महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करना है और नवीनतम जानकारी प्रदान करना होता है। इस अवसर पर डेंटल कॉलेज इंफाल से डॉक्टर आशीष ने भी पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों को विशेष जानकारी उपलब्ध करवाई और बताया कि डीएवी डेंटल कॉलेज में पिछले 5 वर्षों से आयोजित यह कार्यक्रम होना यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए गर्व की बात है।
यूनिट ऑफ पेरियोडोनटोलॉजी पीजीआई चंडीगढ़ की यूनिट इंचार्ज डॉक्टर शिप्रा ने बताया कि यह तीन दिवसीय समीक्षा कार्यक्रम रैपिड रिवीजन कोर्स होता है, जिसमें विद्यार्थियों को सभी विषयों का जानकारी दी जाती है ताकि उन्हें परीक्षाओं में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
×