ऑक्सफोर्ड विवि के चांसलर की दौड़ में भारतीय मूल के उम्मीदवार
लंदन, 16 अक्तूबर (एजेंसी)
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने बुधवार को अपने नए चांसलर के चुनाव के लिए दौड़ में शामिल 38 प्रतिभागियों के नाम की घोषणा की जिनमें भारतीय मूल के उम्मीदवार भी हैं, लेकिन पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का नाम नहीं है। बर्कशायर में ब्रेकनेल फॉरेस्ट के भारतीय मूल के पहले मेयर अंकुर शिव भंडारी, अंतर्राष्ट्रीय उद्यमशीलता के प्रोफेसर निरपाल सिंह पॉल भंगल और चिकित्सा पेशे से जुड़े प्रतीक तरवाडी इस दौड़ में अन्य शिक्षाविदों, राजनेताओं और उद्यमियों से मुकाबला करेंगे।
कंजरवेटिव पार्टी के पूर्व नेता लॉर्ड विलियम हेग और लेबर पार्टी के पूर्व नेता लॉर्ड पीटर मैंडेलसन अंतिम चयनित वरिष्ठ राजनेताओं में शामिल हैं। हालांकि चयन प्रक्रिया के बाद इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया गया। विश्वविद्यालय के एक वक्तव्य में कहा गया, ‘चांसलर की चुनाव समिति द्वारा विश्वविद्यालय के नियमों में निर्धारित लोगों को चयनित नहीं करने के चार मानदंडों के आधार पर ही आवेदनों पर विचार किया गया। सभी आवेदकों को सूचित कर दिया गया है कि उनके आवेदन सफल हुए हैं या नहीं।’ विश्वविद्यालय के कुछ घोषित मानदंडों के तहत इस अवैतनिक पद के लिए उम्मीदवारों को अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां दिखानी होती हैं। उन्हें विश्वविद्यालय के अनुसंधान और शैक्षिक मिशन, इसके वैश्विक समुदाय, विश्व स्तरीय अनुसंधान और शिक्षण विश्वविद्यालय बने रहने की इसकी महत्वाकांक्षा, तथा स्थानीय, राष्ट्रीय और विदेश में विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ाने की क्षमता और इच्छा भी साबित करनी होती है। विश्वविद्यालय ने प्रतिभागियों को सूची से बाहर करने के लिए कोई कारण विशेष नहीं बताया, लेकिन कुछ विशेषज्ञों ने संकेत दिया था कि ऑक्सफोर्ड के पूर्व छात्र खान के देश में उनकी आपराधिक दोषसिद्धि की वजह से उन्हें अयोग्य करार दिया गया हो सकता है। विश्व के अग्रणी विश्वविद्यालय के ‘कॉन्वोकेशन’ के सदस्य, जिनमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कर्मचारी और स्नातक शामिल हैं, अब हांगकांग के पूर्व गवर्नर लॉर्ड पैटन के उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए ऑनलाइन मतदान करेंगे।
पैटन चांसलर के रूप में 21 वर्षों तक सेवा देने के बाद 2024 के अंत में सेवानिवृत्त होंगे। नए चांसलर की घोषणा 25 नवंबर के आसपास की जाएगी।