एस्ट्रोनॉमी एवं एस्ट्रोफिजिक्स ओलंपियाड में भारत ने जीते 2 स्वर्ण पदक
कुरुक्षेत्र, 11 अक्तूबर (हप्र)
अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोनॉमी एवं एस्ट्रोफिजिक्स ओलंपियाड के भारतीय दल के ग्रुप लीडर एवं कुरुक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केन्द्र के परियोजना समन्वयक सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि काठमांडू, नेपाल में अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोनॉमी एवं एस्ट्रोफिजिक्स ओलिंपियाड का आयोजन गत 3 से 10 अक्तूबर के मध्य आयोजित किया गया, जिसमें भारतीय प्रतिनिधि मंडल ने 2 स्वर्ण एवं एक रजत पदक के साथ कुल 4 पुरस्कार प्राप्त किए हैं। बता दें कि जूनियर एस्ट्रोनॉमी एवं एस्ट्रोफिजिक्स ओलिंपियाड विज्ञान के क्षेत्र की एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता है, जिसमें 19 देशों की 21 टीमों के 81 प्रतिभागियों ने भाग लिया। भारत की तरफ से राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा नेशनल स्टैंडर्ड एग्जामिनेशन के माध्यम से देश भर में परीक्षाओं के विभिन्न चरणों के द्वारा 20 विद्यार्थियों की एक टीम का चयन किया गया। इन 20 विद्यार्थियों की टीम को नेहरु विज्ञान केन्द्र, मुंबई में वहां के निदेशक उमेश कुमार रुस्तगी के मार्गदर्शन में एक स्पेशल कैंप 15 मई से 4 जून 2024 तक आयोजित किया गया और उन्हें विभिन्न वैज्ञानिकों एवं प्रोफेसरों द्वारा ट्रेनिंग दी गई। तत्पश्चात उपरोक्त 20 विद्यार्थियों की टीम में से फाइनल 3 विद्यार्थियों के चयन किया गया और उन्हें 25 सितंबर से 2 अक्तूबर तक राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र, नयी दिल्ली में विभिन्न वैज्ञानिकों एवं प्रोफेसरों द्वारा ट्रेनिंग दी गई। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद् भारत में जूनियर एस्ट्रोनॉमी ओलिंपियाड कार्यक्रम के आयोजन के लिए अधिकृत राष्ट्रीय प्रतिनिधि (खगोलीय) संगठन है।
सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि न्यू सैनिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नोएडा, उत्तर प्रदेश के सुमंत गुप्ता ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया। वहीं दिल्ली पब्लिक स्कूल, सिकंदराबाद, तेलंगाना के प्रांजल दीक्षित ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया। केन्द्रीय विद्यालय समस्तीपुर, बिहार के शशांक कौन्डिल्य, ने सिल्वर प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त शशांक कौन्डिल्य, समस्तीपुर, बिहार को ग्रुप कॉम्पीटीशन में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। इस उपलब्धि पर राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद् के महानिदेशक एडी. चैधरी एवं राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र, नयी दिल्ली के निदेशक प्रमोद ग्रोवर ने सभी छात्रों एवं भारतीय प्रतिनिधि मंडल को बधाई दी है।