भारत अमेरिका ने ‘इंडो पैसिफिक’ पहुंच की पुष्टि की
अजय बनर्जी/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 11 नवंबर
भारत और अमेरिका ने कल नयी दिल्ली में 2+2 बैठक में चीन से निपटने के लिए मिलकर काम करने और भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि रक्षा सहयोग और इंडो-पैसिफिक पर दोनों पक्षों को क्या पहल करने की जरूरत है।
2+2 में रक्षा मंत्री राजनाथ और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्रमशः अपने अमेरिकी समकक्षों लॉयड ऑस्टिन और एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की। भारत यह आकलन करने के लिए उत्सुक था कि यूक्रेन को रूस से लड़ने में मदद करने और इस्राइल और हमास के बीच शांति स्थापित करने में शामिल होने के बाद अमेरिका इंडो-पैसिफिक में कितना प्रतिबद्ध था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने अमेरिकी समकक्ष के साथ आमने-सामने की बैठक में कहा, ‘हम (भारत-अमेरिका) चीन की आक्रामकता का मुकाबला करने सहित रणनीतिक मुद्दों पर खुद को तेजी से सहमत पाते हैं।’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों की सुरक्षा की गंभीरता पर ध्यान केंद्रित करते हैं और हमारी टीमें ठोस परिणामों पर काम कर रही हैं।’ लॉयड ने जवाब देते हुए कहा, ‘(हम) स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण के समर्थन में भारत के साथ निकटता से सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं’। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और लियॉड ने जब मोदी से मुलाकात की तो उन्होंने यह मामला उनके समक्ष उठाया। अमेरिकी विदेश विभाग ने बैठक में ब्लिंकन के हवाले से एक छोटा सा नोट जारी किया जिसमें कहा गया कि ‘भारत-प्रशांत और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर करीबी साझेदारी के लिए अमेरिका और भारत के साझा दृष्टिकोण की पुष्टि की गई’।