भारत-यूएई अपनी करंसी में करेंगे कारोबार
अबू धाबी, 15 जुलाई (एजेंसी)
भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कारोबारी लेन-देन अपनी मुद्राओं में शुरू करने और भारत की एकीकृत भुगतान प्रणाली यूपीआई को यूएई के तत्काल भुगतान मंच आईपीपी से जोड़ने पर शनिवार को सहमति जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यहां यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ हुई व्यापक वार्ता के दौरान इन दोनों मुद्दों पर समझौते हुए। बैठक खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और यूएई के बीच व्यापार पिछले साल मई में व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता लागू होने के बाद से करीब 20 प्रतिशत बढ़ चुका है। उन्होंने कहा कि भारत और यूएई के बीच स्थानीय मुद्राओं में कारोबारी लेन-देन शुरू करने का समझौता दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग और आपसी विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से द्विपक्षीय कारोबार एवं निवेश को मजबूती मिलेगी।
दोनों देशों के केंद्रीय बैंकों के बीच हुए समझौते के तहत दोनों देशों की मुद्राओं रुपये और यूएई दिरहम में कारोबारी लेन-देन किए जा सकेंगे। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और यूएई सेंट्रल बैंक के गवर्नर खालेद मोहम्मद बलामा ने दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक, दोनों देशों के केंद्रीय बैंक रुपये और दिरहम का कारोबारी लेनदेन में इस्तेमाल बढ़ाने के लिए एक ढांचा खड़ा करेंगे। भारत और यूएई के बीच स्थानीय मुद्राओं में कारोबार करने से संबंधित समझौता ज्ञापन में एक स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली (एलसीएसएस) भी स्थापित करने का इरादा जताया गया है। इससे भारतीय रुपये और यूएई दिरहम दोनों को लाभ होगा। समझौता ज्ञापन में चालू खातों के सारे लेनदेन और स्वीकृत पूंजी खाता लेनदेन भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलना हमेशा खुशी की बात है। विकास के लिए उनकी ऊर्जा और दृष्टिकोण सराहनीय है।'
भोज में परोसे शाकाहारी व्यंजन : यूएई के राष्ट्रपति की ओर से पीएम मोदी के सम्मान में आयोजित भोज में शाकाहारी व्यंजन परोसे गये। राष्ट्रपति महल कस्र-अल-वतन में भोज की शुरुआत हरीस (गेहूं) और खजूर से हुई, जिसे स्थानीय सब्जियों के साथ परोसा गया। मसाला सॉस में ‘ग्रिल्ड (भुनी हुई)' सब्जियां परोसी गईं। साथ ही फूलगोभी और गाजर तंदूरी के साथ काली दाल और स्थानीय गेहूं परोसी गई। स्थानीय मौसमी फल भी परोसे गए।
अबू धाबी में खुलेगा आईआईटी दिल्ली का कैंपस
अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली का कैंपस खुलेगा। पीएम मोदी की मौजूदगी में शिक्षा मंत्रालय और अबू धाबी के शिक्षा एवं ज्ञान विभाग के साथ इस संबंध में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ट्वीट किया, ‘आईआईटी दिल्ली का अबू धाबी कैंपस पारस्परिक समृद्धि और वैश्विक भलाई के लिए ज्ञान की ताकत का लाभ उठाने का खाका तैयार करेगा।' उन्होंने कहा कि इससे भारतीय शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण का नया अध्याय शुरू होगा। अबू धाबी कैंपस में जनवरी 2024 से स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम और अगले साल सितंबर से स्नातक पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जायेगी। इसके तहत डिग्री आईआईटी दिल्ली प्रदान करेगी।