India Tourist Place : ऊपर से नीचे नहीं, नीचे से ऊपर बहता है यह झरना, देखकर आपको भी नहीं होगा यकीन
चंडीगढ़, 21 जनवरी (ट्रिन्यू)
यह धरती रहस्यमयी जगहों से भरी पड़ी है, जिन्हें अभी तक मानव जाति द्वारा खोजा जाना बाकी है। हालांकि भारत में ऐसी बहुत सी जगहें खोजी गई हैं, जो अभी भी लोगों को कम ज्ञात हैं। उनमें से एक है महाराष्ट्र में नानेघाट का झरना। इसकी खासियत यह है कि ये ऊपर की ओर बहता है। नानेघाट एक जगह है, जो पुणे में जुन्नार के पास महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट में स्थित है।
यह मुंबई से लगभग तीन घंटे की दूरी पर है। यह एक रहस्यमयी पर्वत है, जहां से एक झरना उल्टी दिशा में बहता है। दरअसल, इसका कारण तेज हवाओं का बल है जो बहते पानी को ऊपर की ओर धकेलता है। दिलचस्प बात यह है कि इस ट्रेकिंग रूट का इस्तेमाल कई शताब्दियों पहले व्यापार करने के लिए किया जाता था, शायद छत्रपति शिवाजी के शासनकाल के दौरान।
इस जगह पर प्राचीन गुफाएं और चट्टान से काटे गए बर्तन हैं, जो बीते समय की कहानियां बताते हैं। नानेघाट आने वाला लगभग हर पर्यटक इस बात से सहमत होगा कि ऊपर से देखने पर यह धरती पर स्वर्ग जैसा लगता है। मानसून में नानेघाट झरने की यात्रा करना बेहतर है क्योंकि यह अजीबोगरीब घटना तभी होती है जब पानी का बल काफी मजबूत होता है।
नानेघाट ट्रेक घाटघर जंगल का हिस्सा है, जो मुंबई से 120 किमी से अधिक और पुणे से लगभग 150 किमी दूर स्थित है। इस स्थान पर ट्रेकर्स कल्याण-अहमदनगर राजमार्ग और कल्याण से भी पहुंच सकते हैं। ट्रेक स्वयं 4 से 5 किमी लंबा (एक तरफ) है और यहां आने-जाने में 5 घंटे लग सकते हैं। यहां मजबूत पकड़ वाले अच्छे ट्रेकिंग जूते पहनना अनिवार्य है, खासकर अगर यह मानसून का मौसम हो। पर्यटकों की सुविधा के लिए मार्गों को अच्छी तरह से मार्क्ड किया गया है।
पर्यटक अपने वाहन से पहाड़ की चोटी पर जा सकते हैं और वहां स्थित छोटे ढाबे पर गर्मा-गर्म भजिया और चाय का आनंद ले सकते हैं। साथ ले जाने के लिए आवश्यक सामान टॉर्च, पावर-पैक भोजन, दवा, पानी की बोतल आदि जैसे ट्रेक पर ले जाने वाली सामान्य वस्तुओं के अलावा, पर्यटको को विंड-चीटर और वाटरप्रूफ जैकेट, छाता, धूप का चश्मा, नकदी, पावर बैंक और गर्म कपड़े भी पैक करने की आवश्यकता होगी।
नानेघाट झरने तक कैसे पहुंचें?
कल्याण बस स्टैंड से जुन्नार तक राज्य परिवहन की बस लें। यह गंतव्य वैशाखरे गांव के करीब मालशेज घाट रोड पर स्थित है। नानेघाट सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा मुंबई और पुणे में कई ट्रेकिंग समूह संचालित होते हैं जिन्हें ऑनलाइन ढूंढा जा सकता है।