India-Russia Defence Deal 2026 तक भारत को मिल जाएंगे सभी S-400 डिफेंस सिस्टम : रूस ने भरोसा दिलाया
अजय बनर्जी/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 3 जून
रूस ने स्पष्ट किया है कि भारत को S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस सिस्टम की बची हुई यूनिट्स तय समयसीमा के भीतर—2025 से 2026 के बीच—पूरी तरह सौंप दी जाएंगी। यह बयान रूस के उप मिशन प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने एक कार्यक्रम के दौरान दिया।
भारत ने साल 2018 में रूस के साथ 5.43 अरब डॉलर का समझौता किया था, जिसके तहत कुल पांच स्क्वाड्रन S-400 मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति होनी है। इनमें से तीन स्क्वाड्रन पहले ही भारत को मिल चुकी हैं, जिनमें से एक पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर तैनात है। हाल ही में 7 से 10 मई के बीच हुए भारत-पाकिस्तान संघर्ष (ऑपरेशन 'सिंदूर') में इस सिस्टम ने कई पाकिस्तानी मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर अपनी क्षमता सिद्ध की।
बाबुश्किन ने कहा, “हमने सुना है कि S-400 ने हालिया संघर्ष के दौरान अत्यधिक प्रभावी प्रदर्शन किया। रूस भारत के साथ वायु रक्षा और एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी में साझेदारी को और बढ़ाने के लिए तैयार है।”
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इस महीने भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। हालांकि तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं।
भारत-ईईयू के बीच व्यापार समझौता जल्द
इसी कार्यक्रम में रूस के भारत में व्यापार आयुक्त आंद्रे सोबोलेव ने कहा कि भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EEU) के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर बातचीत इस वर्ष के अंत तक शुरू हो सकती है। EEU में रूस के अलावा बेलारूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान और आर्मेनिया शामिल हैं।
इस समझौते से भारत को संसाधनों से समृद्ध इस क्षेत्र तक सस्ता और सुलभ व्यापार मार्ग मिलेगा। साथ ही भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग और टेक उत्पादों को नए निर्यात बाजार मिल सकेंगे। रूसी पक्ष ने भारत तक पहुंचने के लिए ईरान के चाबहार और बंदर अब्बास बंदरगाहों के उपयोग की संभावना भी जताई।