India Pakistan Trade: पाकिस्तान के साथ व्यापार फिर से शुरू करने पर कोई बातचीत नहीं हुई: जयशंकर
वाशिंगटन, 23 जनवरी (भाषा)
India Pakistan Trade: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ फिर से व्यापार शुरू करने को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है।
वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, ‘‘पिछले साल के बाद से पाकिस्तान के साथ व्यापार पर कोई बातचीत नहीं हुई है और न ही उनकी (पाकिस्तान) तरफ से कोई पहल की गई है।''
उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद नहीं किया बल्कि 2019 में पाकिस्तान सरकार ने ही इसे बंद करने का फैसला किया।
Speaking to the press in Washington DC.
https://t.co/DJsRaAyXAJ— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 22, 2025
जयशंकर ने कहा, ‘‘शुरू से ही हमारी कोशिश रही है कि भारत को सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा मिले। हम पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा देते थे, लेकिन उसने हमें वह दर्जा नहीं दिया।''
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद अगस्त 2019 में इमरान खान के नेतृत्व वाली तत्कालीन पाकिस्तान सरकार ने सभी द्विपक्षीय व्यापार खत्म कर दिए थे। पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को भी कम कर दिया था।
बांग्लादेश की स्थिति पर रूबियो और वाल्ट्ज के साथ संक्षिप्त चर्चा हुई
जयशंकर ने बुधवार को कहा कि उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ संक्षिप्त चर्चा की। जयशंकर ने यहां भारतीय पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘हां हमने बांग्लादेश पर संक्षिप्त चर्चा की। मुझे नहीं लगता कि उसके बारे में ज्यादा जानकारी देना उचित होगा।''
दरअसल उनसे सवाल किया गया था कि क्या रूबियो और वाल्ट्ज के साथ बैठक के दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव के मुद्दे पर चर्चा हुई थी जिस पर उन्होंने यह जवाब दिया। जयशंकर ने कहा कि अमेरिका में भारतीय वाणिज्य दूतावासों पर हमलों या यहां भारतीय राजनयिकों को खतरे के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस अवसर पर उन मुद्दों को नहीं उठाया।'' जयशंकर ने कहा, ‘‘लेकिन मैं यह जरूर कहूंगा कि सैन फ्रांसिस्को में हमारे वाणिज्य दूतावास पर हमला बहुत ही गंभीर मामला है। यह ऐसा मामला है जिसके लिए हम जवाबदेही की उम्मीद करते हैं और चाहते हैं कि जिसने यह हमला किया है, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए।'' पिछले दो वर्षों में अमेरिकी अदालतों में आए दो मामलों - एक पूर्व भारतीय अधिकारी के खिलाफ और दूसरा एक भारतीय कारोबारी के खिलाफ, के बारे में पूछे जाने पर जयशंकर ने कहा, ‘‘इन मामलों को नहीं उठाया (बैठक के दौरान) गया।''