India-Pak Tension : पंजाब की सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच राज्यपाल ने किया राज्यव्यापी रक्तदान अभियान का शुभारंभ
चंडीगढ़, 9 मई 2025
India-Pak Tension : पंजाब की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच आज राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने पंजाब रेड क्रॉस सोसाइटी के राज्य मुख्यालय से एक राज्यव्यापी विशेष रक्तदान अभियान की शुरुआत की। यह अभियान पंजाब के सभी 23 जिलों में एक साथ चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में रक्त की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
राज्यपाल ने कहा, "पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और वर्तमान संवेदनशील परिस्थितियों में रेड क्रॉस की भूमिका और भी अहम हो जाती है। यह अभियान केवल रक्तदान नहीं, बल्कि हमारी सामाजिक एकजुटता और मानवीय मूल्यों की भी परीक्षा है।" उन्होंने बल दिया कि किसी भी संकट में सबसे बड़ी जरूरत होती है तत्काल चिकित्सीय सहायता और रक्त की उपलब्धता। ऐसे में रेड क्रॉस जैसी संस्थाएं निःस्वार्थ भाव से बीमार, निर्बल और ज़रूरतमंद लोगों की सेवा करके मानवता की सच्ची मिसाल पेश करती हैं।
राज्यपाल ने जानकारी दी कि सभी जिला रेड क्रॉस शाखाएं विशेष रक्तदान शिविर आयोजित कर रही हैं और प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का डाटाबेस भी अपडेट किया जा रहा है, ताकि आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया, "भारत युवाओं का देश है। युवा आगे आकर रक्तदान को अपनी नियमित जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। रक्तदान सेवा ही नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा को सशक्त करने का भी माध्यम है।"
अपने प्रेरणादायक संबोधन में राज्यपाल ने महर्षि दधीचि, राजा शिवि और गुरु गोबिंद सिंह जी के बलिदान का उल्लेख करते हुए कहा कि "पंजाब की धरती वीरता, सेवा और करुणा की प्रतीक रही है।" राज्यपाल ने "युद्ध नशे विरुद्ध" अभियान में पंजाब रेड क्रॉस की भूमिका की भी सराहना की और शिक्षण संस्थानों, औद्योगिक इकाइयों व स्वैच्छिक संगठनों से इस मानवीय प्रयास में भागीदार बनने का आह्वान किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री विवेक प्रताप सिंह, रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव श्री शिव दुलार सिंह ढिल्लों और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री संजय टंडन भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने सभी रक्तदाताओं, रेड क्रॉस अधिकारियों, चिकित्सा टीमों और स्वयंसेवकों को धन्यवाद देते हुए कहा, "रक्त न जाति देखता है, न धर्म – यह सिर्फ जीवन बचाता है। रक्तदान मानवता की सबसे पवित्र सेवा है।"