मानव-केंद्रित दृष्टिकोण से बेहतर भविष्य की ओर भारत
बारी (इटली), 14 जून (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि हमें प्रौद्योगिकी को रचनात्मक बनाना होगा, विघटनकारी नहीं, तभी हम समावेशी समाज की नींव रख पाएंगे। उन्होंने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एकाधिकार समाप्त करने का आह्वान किया।
मोदी ने इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी-7 शिखर सम्मेलन के संवाद सत्र को संबोधित करते हुए कहा, भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से बेहतर भविष्य के लिए प्रयास कर रहा है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को लेकर राष्ट्रीय रणनीति तैयार करने वाले शुरुआती कुछ देशों में शामिल है।
उन्होंने कहा, इसी रणनीति के आधार पर हमने इस वर्ष ‘एआई मिशन' की शुरुआत की है और इसका मूल मंत्र है सभी के लिए एआई। पिछले वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय शासन-प्रणाली के महत्व पर जोर दिया।
मोदी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में भारत का दृष्टिकोण चार सिद्धांतों- उपलब्धता, पहुंच, सामर्थ्य और स्वीकार्यता पर आधारित है। हम 2070 तक ‘नेट जीरो’ का लक्ष्य हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
मोदी ने आह्वान किया कि आने वाले समय को ‘हरित युग’ बनाने का प्रयास हमें मिलकर करना चाहिए। पीएम ने यह भी कहा कि ‘ग्लोबल साउथ’ के देश वैश्विक अनिश्चितताओं और तनावों का खमियाजा भुगत रहे हैं।
भारत ने ‘ग्लोबल साउथ’ के देशों की प्राथमिकताओं और चिंताओं को विश्व मंच पर रखना जिम्मेदारी माना है।
जेलेंस्की, मैक्रों और सुनक समेत कई नेताओं से हुई मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और ब्रिटेन के अपने समकक्ष ऋषि सुनक से मुलाकात की।
जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान मोदी ने कहा कि भारत, रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने साधनों के भीतर हरसंभव प्रयास करना जारी रखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि शांति का रास्ता बातचीत और कूटनीति से होकर गुजरता है।
प्रधानमंत्री ने जेलेंस्की से कहा कि भारत ‘मानव-केंद्रित’ दृष्टिकोण में विश्वास करता है। दोनों नेताओं ने यूक्रेन संकट एवं स्विट्जरलैंड की मेजबानी में आयोजित किये जा रहे शांति शिखर सम्मेलन के संबंध में विचारों का आदान-प्रदान किया।
मोदी ने जेलेंस्की के साथ बैठक को बहुत उपयोगी बताया और कहा कि भारत, यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है। ऐसी जानकारी है कि जेलेंस्की ने मोदी को रूस के साथ संघर्ष के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी।
वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति और मोदी ने मुलाकात के दौरान प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
पोप को न्योता
प्रधानमंत्री मोदी और पोप फ्रांसिस ने जी7 शिखर सम्मेलन के ‘आउटरीच सत्र’ में गर्मजोशी से मुलाकात की। पीएम ने पोप को भारत आने का न्योता भी दिया। पोप ने ‘आउटरीच सत्र’ में अपने संबोधन में कहा, ‘एआई का बेहतर इस्तेमाल करना हममें से प्रत्येक पर निर्भर करता है।’