‘अस्पृश्यता खत्म किए बिना भारत नहीं बन सकता विश्व गुरु’
समालखा, 22 दिसंबर (निस)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के राष्ट्रीय विचारक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ़ राकेश सिन्हा ने शनिवार देर रात वैश्य गर्ल्स कॉलेज में आयोजित लोक सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि सनातन धर्म सर्वोपरि है, सनातन धर्म को हिन्दू धर्म या वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है। हिन्दू धर्म में सिर्फ एक ही कमजोरी है और वह है अस्पृश्यता यानि छुआछूत है। हिंदू धर्म जिस दिन इस कमजोरी से बाहर निकल आया यह धर्म हिमालय से भी मजबूत होगा। डॉ़ राकेश सिन्हा ने कहा कि धर्म की इस कमजोरी को हम सब जानते ओर समझते हैं। हमने अपने ही समाज के एक बड़े वर्ग को अस्पृश्य बनाया हुआ है।
संघ विचारक डॉ राकेश सिन्हा ने कहा कि जिस दिन इस अस्पृश्यता यानि छुआछूत रूपी सामाजिक बुराई को हमने जड़मूल से खत्म कर दिया तो उस दिन भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। चुलकाना धाम में निर्माणाधीन श्रीश्याम धर्मशाला के सहायतार्थ श्री श्याम बाबा सेवा मंडल समालखा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या में संस्था के प्रधान सत्यवीर गुप्ता सहित कई समाजसेवी लोगों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम में आगरा से विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे डॉ अंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व सहायक प्रोफेसर एवं रामायण रिसर्च काउंसिल उत्तर प्रदेश के समन्वयक डॉ दिवाकर ने कहा कि हरियाणवी संस्कृति, अपनी गहरी परंपराओं, विशिष्ट पहचान, और कड़ी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है।