आयकर कार्रवाई ‘लोकतंत्र पर तालाबंदी’ : कांग्रेस
नयी दिल्ली, 16 फरवरी (एजेंसी)
कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि आयकर विभाग ने उसके प्रमुख बैंक खाते फ्रीज कर दिए। आयकर विभाग के आदेश के खिलाफ अपीलीय प्राधिकरण के समक्ष उपस्थित हुए पार्टी नेता एवं अधिवक्ता विवेक तन्खा ने कहा कि पार्टी को अब अपने बैंक खाते संचालित करने की अनुमति दे दी गई है। प्राधिकरण बुधवार को सुनवाई करेगा।
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ दिनों पहले वर्ष 2018-19 के आयकर रिटर्न को आधार बनाकर उसके कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया तथा उससे 210 करोड़ रुपये की रिकवरी की मांग की गई है। माकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह जानकर आप लोगों को आश्चर्य और दुख होगा कि भारत में लोकतंत्र पर पूरी तरह से तालाबंदी कर दी गई है। हम लोगों को परसों (14 फरवरी को) यह जानकारी मिली कि हम जो चेक जारी कर रहे हैं, बैंक उन्हें स्वीकार नहीं कर रहे हैं। छानबीन में पता चला कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के खाते फ्रीज कर दिए
गए हैं।’ माकन ने सवाल किया, ‘लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने में जब सिर्फ दो हफ्ते रह गए हैं तो ऐसे समय में कांग्रेस के खाते फ्रीज करके सरकार क्या दिखाना चाहती है?’
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने कहा कि 2018-19 के आयकर रिटर्न के आधार पर 210 करोड़ रुपये की रिकवरी मांगी गई है। उन्होंने दावा किया कि अगर किसी के खाते सील होने चाहिए तो भारतीय जनता पार्टी के होने चाहिए क्योंकि उन्होंने ‘असंवैधानिक’ चुनावी बॉन्ड के जरिए कॉर्पोरेट जगत से पैसे लिए हैं।
सत्ता के नशे में चूर मोदी सरकार का यह कदम लोकतंत्र पर गहरा आघात है। भाजपा ने जो असंवैधानिक धन इकट्ठा किया है, उसका इस्तेमाल वे चुनाव में करेंगे, लेकिन हमने क्राउडफंडिंग के जरिए जो पैसा इकट्ठा किया है, उसे सील कर दिया जाएगा। ... हम न्यायपालिका से अपील करते हैं कि भारत के लोकतंत्र को सुरक्षित करें। हम सड़कों पर उतरेंगे और इस अन्याय व तानाशाही के ख़िलाफ़ पुरज़ोर तरीके से लड़ेंगे।
यह एक नियमित आई-टी प्रक्रिया है। क्या कांग्रेस के पास मोदी और भाजपा के लिए गालियों के अलावा कुछ नहीं बचा है। यदि आप आईटी कानूनों की प्रक्रिया का पालन नहीं करते हैं, तो परिणाम भुगतना पड़ता है।