MahaKumbh Stampede: JCB मशीनों में भरी गई लाशें, सरकार छिपा रही सच्चाई, लोकसभा में बोले अखिलेश यादव
नई दिल्ली, 5 फरवरी (ट्रिन्यू)
Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा में महाकुंभ भगदड़ को लेकर यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मृतकों की संख्या छिपा रही है और भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के शव JCB मशीनों और ट्रैक्टरों में भरकर गायब कर दिए गए।
लोकसभा में अखिलेश यादव ने कहा, "जब यह सामने आया कि कई लोगों की मौत हो चुकी है, उनके शव अस्पतालों और मोर्चरी में पड़े थे, तब सरकार ने हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए। यह कौन सा सनातनी परंपरा है?"
#WATCH समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त नहीं की। जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की, तो 17 घंटे बाद (राज्य) सरकार ने इसे स्वीकार किया। ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई को स्वीकार नहीं कर सकते..."… pic.twitter.com/BfOTxoZWdN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 4, 2025
भगदड़ में मरने वालों का कोई रिकॉर्ड नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि भगदड़ के बाद घटनास्थल पर लाशें, चप्पलें, कपड़े और साड़ियां बिखरी पड़ी थीं, जिन्हें JCB मशीनों और ट्रैक्टर ट्रॉलियों से हटाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सब कुछ छिपाने के लिए दबाव बना रही है और मीडिया को ‘मीठे’ ऑफर देकर खबरें दबाने की कोशिश कर रही है।
#WATCH | समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, "...सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है। आंकड़ें देने से पहले लेकिन महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे... मैं मांग करता हूं कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। महाकुंभ… pic.twitter.com/p8mKaZ9vgp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 4, 2025
उन्होंने महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों की सही संख्या सार्वजनिक करने, घायलों की स्थिति, दवाओं, डॉक्टरों, भोजन, पानी और परिवहन सुविधाओं की रिपोर्ट संसद में पेश करने की मांग की।
महाकुंभ की आपदा प्रबंधन व्यवस्था सेना को सौंपी जाए
सपा अध्यक्ष ने इस हादसे को लेकर सभी दलों की बैठक बुलाने की मांग करते हुए कहा कि महाकुंभ की आपदा प्रबंधन व्यवस्था और लापता केंद्र की जिम्मेदारी सेना को सौंप देनी चाहिए।
उन्होंने तीखे सवाल पूछते हुए कहा, "महाकुंभ भगदड़ के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर सरकार निर्दोष है तो आंकड़े क्यों छुपाए जा रहे हैं?"
लोग पुण्य कमाने आए थे, लेकिन शव लेकर गए
अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "लोग पुण्य कमाने आए थे, लेकिन अपने अपनों के शव लेकर गए।" उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर राजनीतिक प्रचार करने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि जहां व्यवस्थाएं मजबूत होनी चाहिए थीं, वहां सरकार अपनी छवि चमकाने में लगी रही।
1954 में नेहरू ने बताया था आंकड़ा, योगी सरकार ने छुपाया
सपा नेता राम गोपाल यादव ने भी महाकुंभ भगदड़ पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 1954 में जब प्रयागराज में कुंभ मेले में भगदड़ हुई थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संसद में 400 मौतों और 2000 घायलों का आंकड़ा सार्वजनिक किया था।
राम गोपाल यादव ने यूपी सरकार पर VIP लोगों के लिए व्यवस्थाएं करने और आम लोगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "15,000 लोग अपने परिजनों के लापता होने की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सरकार कोई जानकारी नहीं दे रही।"
विपक्ष का संसद में हंगामा
महाकुंभ भगदड़ को लेकर संसद के बजट सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने लोकसभा और राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा किया और घटना पर तत्काल चर्चा की मांग की। समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि यूपी सरकार लगातार महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या के आंकड़े जारी कर रही है, लेकिन भगदड़ में मरने वालों की सूची जारी करने से बच रही है।