मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

पंजाब में मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में

07:01 AM Oct 24, 2024 IST

कुलदीप सिंह/ निस
चंडीगढ़, 23 अक्तूबर
पंजाब में 13 नवंबर को चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए शंखनाद हो चुका है। विभिन्न पार्टियों ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। पिछले लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच है। हालांकि, गिद्दड़बाहा में भारतीय जनता पार्टी कांटे की टक्कर में है। वैसे तो कहा जाता है कि आम चुनाव में सत्ताधारी पार्टी हमेशा ज्यादा ताकतवर होती है, लेकिन पंजाब में पहले भी कई उलटफेर हो चुके हैं और इन चुनावों में आम आदमी पार्टी का वर्चस्व दांव पर लगा है। इन चुनावों में कुल 6,96316 मतदाता 831 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। बड़ी बात यह है की इन 4 विधानसभा सीटों में सभी पर दलबदलुओं की लम्बी लाइन है जो चुनाव मैदान में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। गिद्दड़बाहा में आप के उम्मीदवार डिंपी ढिल्लों अकाली दल को छोड़कर आप पार्टी में आए हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा वड़िंग की पत्नी अमृता वड़िंग इस सीट से चुनाव लड़ रही हैं। राजा वड़िंग 2012, 2017 और 2022 में यहां से विजयी रहे हैं और खासकर 2022 में आम आदमी पार्टी की आंधी के बावजूद वह अपनी सीट जीतने में कामयाब रहे। भाजपा के मनप्रीत सिंह बादल पहले अकाली दल को छोड़कर पीपीपी पार्टी बना चुके हैं, वहां से कांग्रेस में गए और अब भाजपा में हैं, ने पूरा हिसाब-किताब करने के बाद यहां से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बरनाला में फिलहाल तीन उम्मीदवार हैं, जिनमें से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह काका ढिल्लों हैं, जबकि उनके खिलाफ भाजपा के केवल ढिल्लों मैदान में हैं, जो कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में आए। आप की जिला योजना कमेटी के चेयरमैन गुरदीप सिंह बाठ ने ऐलान किया है कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इन सबके बावजूद आप हरिंदर सिंह धालीवाल बेहद मजबूत उम्मीदवार हैं। डेरा बाबा नानक माझे का निर्वाचन क्षेत्र है और आम आदमी पार्टी के हक में लहर चलने के दौरान भी 2022 में सुखजिंदर सिंह रंधावा यहां कांग्रेस पार्टी से जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे। उनके सांसद चुने जाने के बाद उनकी पत्नी यहां से चुनाव लड़ रही हैं और उनका मुकाबला रविकरण सिंह काहलो से है, जिन्होंने अकाली दल से चुनाव लड़ा था लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हैं।
आप ने यहां से गुरदीप रंधावा को टिकट दिया है जो पहले कांग्रेस पार्टी में रहे पर पिछले चुनाव आप पार्टी से लड़ा।

Advertisement

चब्बेवाल सीट आरक्षित

चौथी विधानसभा सीट चब्बेवाल आरक्षित है और यहां से सांसद राजकुमार चब्बेवाल के बेटे इशांक चब्बेवाल को टिकट दिया गया है। राजकुमार चब्बेवाल कांग्रेस छोड़कर आप पार्टी में गए हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रंजीत कुमार हैं, जिन्होंने होशियारपुर लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए हैं।

Advertisement
Advertisement