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हिमाचल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा की नजर महिला मतदाता पर

08:05 AM Apr 18, 2024 IST
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बुधवार को शिमला में मीडिया को संबोधित करते हुए। -ललित कुमार
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शिमला, 17 अक्तूबर (हप्र)
लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन से पहले हिमाचल में महिला सम्मान निधि का मुद्दा गरमाने लगा है और इस मुद्दे पर भाजपा व कांग्रेस में वाकयुद्ध तेज हो गया है। योजना को लेकर कांग्रेस ने जहां भाजपा पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया है, वहीं भाजपा ने सरकार की मंशा पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों ही दलों के तेवरों से साफ है कि आगामी दिनों में इस मुद्दे पर इनमें रार बढ़ेगी। दरअसल, महिला सम्मान निधि के मुद्दे को तूल देकर कांग्रेस व भाजपा दोनों की कोशिश लोकसभा चुनाव में 27.56 लाख से अधिक महिला मतदाताओं को साधने की है।
हिमाचल में लोकसभा चुनाव सातवें चरण में एक जून को होने हैं। चुनाव से करीब दो सप्ताह पहले ही प्रदेश में स्टार प्रचारकों की रैलियों का सिलसिला शुरू होगा। स्टार प्रचारकों के प्रदेश में चुनाव प्रचार में उतरने से पहले कांग्रेस व भाजपा के क्षेत्रीय क्षत्रप चुनावी माहौल बनाने व जनता की नब्ज टटोलने के प्रयास में हैं। कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभाला हुआ है। भाजपा के मोर्चे की कमान जयराम ठाकुर के हाथों में है।
प्रदेश में लोकसभा चुनाव में 28.15 लाख से अधिक पुरुष तथा 27.56 लाख के करीब महिला मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। ऐसे में मतदाताओं को केंद्र में रखते हुए दोनों ही दलों के नेता मुद्दों की बौछार करने में लगे हैं। कांग्रेस बीते कुछ दिनों से सुक्खू सरकार की उपलब्धियों में शामिल ओपीएस व राजीव गांधी स्टार्ट अप योजना को उठा रही है। इसके अलावा कांग्रेस महिला सम्मान निधि को भी मुद्दा बनाने की फिराक में है। महिला सम्मान निधि व ओपीएस विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के अहम मुद्दे थे। इसका फायदा विधानसभा चुनाव में उसे हुआ भी। लिहाजा लोकसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग द्वारा महिला सम्मान निधि में लाहौल स्पीति से बाहर के लाभार्थियों को शामिल करने पर रोक के बाद कांग्रेस इसे मुद्दा बनाने में लगी है। कांग्रेस का प्रयास महिलाओं तक यह बात पहुंचाने का है कि भाजपा की वजह से सम्मान निधि रोकी गई।
दूसरी ओर, भाजपा कांग्रेस पर लगातार महिला सम्मान निधि के साथ साथ 5 लाख रोजगार, गोबर खरीद व 300 यूनिट मुफ्त बिजली जैसी गारंटी पूरी न करने के आरोप लगा रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि हर साल एक लाख युवाओं को नौकरी की गारंटी से कांग्रेस मुकर गई है।

जयराम ठाकुर ने महिलाओं को 1500 रुपये पर की सुक्खू की घेराबंदी

नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने जहां महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह देने के मामले पर सुक्खू सरकार को घेरा, वहीं ओपीएस पर भी अपनी‌ बात‌ रखी। जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी से आपदा के समय आए पैसे का हिसाब मांगा और प्रदेश को केंद्र से आए पैसों को कांग्रेस नेताओं को चुन-चुन कर बांटने का आरोप भी लगाया। जयराम ठाकुर ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर कहा कि उन्होंने न तब, न आज इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल कर्मचारियों में दहशत का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार राजस्थान में भी है और वहां भी इस योजना को बंद नहीं किया गया है।

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पात्र महिलाएं भर सकेंगी फार्म

केंद्रीय चुनाव आयोग ने कहा है कि राज्य के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति की महिलाओं को 1500 रुपये की राशि मिलती रहेगी। इसके साथ नयी पात्र महिलाएं फार्म भी भर सकेंगी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने फार्म भरने संबंधी मंजूरी दी है। मुख्य चुनाव अधिकारी मनीष गर्ग ने इसकी पुष्टि की है। इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत जिला की शेष पात्र महिलाएं फार्म भी भर सकेंगी। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि योजना के तहत शेष जिलों में फार्म भरने का काम आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद ही किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त चुनाव घोषित होने से पहले जिन महिलाओं ने फार्म भर दिए थे। ऐसी सभी महिलाओं को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही 1500 रुपये मिल पाएंगे। चुनाव की घोषणा होने से ठीक पहले प्रदेश के विभिन्न भागों में 48 हजार से अधिक महिलाओं ने फार्म भरे थे।

जयराम ठाकुर कांग्रेस फोबिया से ग्रसित : कर्नल धनी राम

स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कांग्रेस फोबिया से ग्रसित हैं। शांडिल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है, पूरी कांग्रेस मुख्यमंत्री के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। कांग्रेस सरकार 15 महीने के कार्यकाल में 10 में से 5 गारंटियां पूरी कर चुकी है लेकिन नेता प्रतिपक्ष को वे क्यों नजर नहीं आ रहीं। विपक्ष का काम सिर्फ विरोध करना नहीं होता, अच्छे कामों की सराहना भी विपक्षी दल को करनी चाहिए। शांडिल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष यह कैसे भूल गए कि ओपीएस मांगने पर उनकी सरकार ने कर्मचारियों पर लाठियां और वाटर कैनन चलवाई थीं। जयराम ठाकुर ने विधानसभा में कहा था कि अगर कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन चाहिए तो नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ लें। नेता प्रतिपक्ष किस मुंह से कह रहे हैं कि उन्होंने ओपीएस का विरोध नहीं किया।

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