Importance Of Holi Color : बांके बिहारी का प्रतीक है नीला रंग, जानिए होली के हर गुलाल का अलग महत्व
चंडीगढ़, 12 मार्च (ट्रिन्यू)
फाल्गुन माह की पूर्णिमा में मनाई जाने वाली होली का त्यौहार भारतीय लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस पर्व के दौरान भारत का हर कोना रंग-बिरंगे अबीर-गुलाल से रंगा नजर आता है। मगर क्या आप जानते हैं कि होली के हर रंग का अलग महत्व होता है। होली के रंग केवल सुंदरता और मस्ती का प्रतीक नहीं हैं बल्कि इनका महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है।
ये रंग हमें जीवन में सकारात्मकता, प्रेम, शांति और संतुलन बनाए रखने का संदेश देते हैं। होली का पर्व हमें यह भी याद दिलाता है कि जीवन में रिश्तों में मिठास और सौहार्द्र बनाए रखना चाहिए। वहीं, रंगों के माध्यम से हम अपने सभी भेदभावों को मिटाकर एक-दूसरे के साथ प्रेम और सद्भावना का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
लाल रंग
लाल रंग प्रेम, जोश और उत्साह का प्रतीक होता है। होली पर लाल रंग का प्रयोग जीवन में प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। यह रंग शक्ति, साहस और विश्वास का भी प्रतीक है। लाल रंग के खेल से लोग आपसी रिश्तों को मजबूत करने का प्रयास करते हैं।
पीला रंग
पीला रंग खुशी, उल्लास और आशावाद का प्रतीक होता है। यह रंग मानसिक शांति और सुदृढ़ता को दर्शाता है। होली के दौरान पीला रंग पूरे समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाने का कार्य करता है। यह रंग हमें जीवन में अच्छे विचारों और दृष्टिकोण को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
हरा रंग
हरा रंग ताजगी, नई शुरुआत के साथ जुड़ा हुआ है। यह रंग जीवन के विकास और निरंतरता का प्रतीक है। होली में हरा रंग उपयोग करने से जीवन में हरियाली और संतुलन लाने का संदेश मिलता है। यह रंग ताजगी और पुनर्नवा की भावना को उजागर करता है।
नीला रंग
बांके बिहारी का स्वरूप नीलांबर है इसलिए यह रंग बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। नीला रंग आकाश और समुद्र का प्रतीक है, जो शांति, निरंतरता और विश्वास का संदेश देता है। नीला रंग मन को शांत करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है। होली पर नीले रंग का प्रयोग रिश्तों में विश्वास और समर्पण को बढ़ावा देता है।
सफेद रंग
सफेद रंग शुद्धता, सत्य और ईमानदारी का प्रतीक है। यह रंग आत्मा की शुद्धता को दर्शाता है और जीवन में स्पष्टता की ओर इशारा करता है। होली पर सफेद रंग का प्रयोग यह संकेत करता है कि हमें अपने जीवन में निरंतर शुद्धता बनाए रखनी चाहिए। यह रंग हर प्रकार की नकारात्मकता से मुक्ति और आत्मसाक्षात्कार की ओर मार्गदर्शन करता है।
संतरी रंग
संतरी रंग ऊर्जा, उत्साह और सकारात्मकता का प्रतीक है। यह रंग जीवन को गति और उन्नति की दिशा में प्रेरित करता है। होली पर संतरी रंग का उपयोग जीवन में नए अवसरों और उत्साह को लाने का प्रतीक होता है। यह रंग हमें निरंतर बढ़ते रहने और नए लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित करता है।