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सफीदों नियमों का उल्लंघन कर काटी जा रही अवैध कालोनियां

06:54 AM Mar 05, 2025 IST

सफीदों, 4 मार्च (निस)
नगर नियोजन के नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए अनेक लोग सफीदों नगर व इसके आसपास के भविष्य की विकास योजनाओं के दृष्टिगत अधिसूचित कंट्रोल एरिया में दस जगह अवैध कॉलोनी खुलेआम काट रहे हैं। इस गैरकानूनी गतिविधि पर स्थानीय प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। करोड़ों के भाव जमीन खरीद कर कॉलोनाइजर वास्तविक खरीद मूल्य को छुपा कर कलेक्टर रेट पर रजिस्टर करवा रहे हैं जिसमें सरकार को स्टांप ड्यूटी का बड़े पैमाने पर चूना लगाया जा रहा है।
इसमें राजस्व विभाग के संबंधित अधिकारी और कर्मचारी सीधे तौर पर संलिप्त बताए जा रहे हैं। नगर से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूर सफीदों-असंध मार्ग के गांव खेड़ाखेमावती की 3 दिशाओं में अवैध कॉलोनियों की भरमार है जहां आधा दर्जन से अधिक कॉलोनाइजर जमीन खरीद कर धड़ल्ले से प्लाट बेच रहे हैं। यह क्षेत्र कंट्रोल एरिया में शामिल है।
बताया जाता है कि इस गांव की करीब दस एकड़ जमीन के सौदे भी हाल ही में करीब 40 करोड़ में तय हुए हैं, जहां कॉलोनियों के नक्शे तैयार किये जा रहे हैं। इस गांव की जमीन के अलावा गांव रामपुरा में भी अवैध कॉलोनाइजिंग हो रही है। कॉलोनाइजर प्लाट खरीदारों से बयाना लेकर टुकड़ों में किसी की रजिस्ट्री करवा रहे हैं तो किसी को फुल पेमेंट का एग्रीमेंट दे रहे हैं। ऐसे अनेक खरीदार बिना रजिस्ट्री कराए ही स्टाम्प ड्यूटी बचाते हुए किसी अन्य को प्लाट बेच रहे हैं।
‘अवैध कालोनियों में जल्द चलेगा पीला पंजा’
चार जिलों जींद, सिरसा, फतेहाबाद व पानीपत के जिला नगर योजनाकार (एन्फोर्समेंट) की जिम्मेदारी सम्भाले सुनील अंतिल ने आज फोन पर बताया कि सफ़ीदों में गैरकानूनी तौर पर विकसित की जा रही अवैध कॉलोनियों में जल्द पीला पंजा चलेगा। उन्होने बताया कि ऐसी गतिविधियों की जगह पर लोग प्लाट न खरीदें, लोगों को सचेत करने को इस आशय के बोर्ड स्थापित कराए जाएंगे। अंतिल पानीपत के जिला नगर योजनाकार (एनफोर्समेंट) हैं और सिरसा, जींद व फतेहाबाद जिलों का उनके पास अतिरिक्त कार्यभार है।
‘जमीनें तो बिक रहीं, जिला कहां बनवाओगे’
सफ़ीदों क्षेत्र के कई गणमान्य वरिष्ठ नागरिकों का नाम न छापने की शर्त पर कहना था कि जो लोग सफ़ीदों को जिला बनाए जाने की मांग कर रहे हैं, वे इस तरफ भी सरकार का ध्यान आकर्षित करें। इनका कहना है कि जमीनें तो बिक रही हैं, जिला कहां बनवाओगे।

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