पंजाबी भाषा की अनदेखी अब पड़ेगी भारी, सीएम भगवंत मान हुए सख्त
चंडीगढ़, 5 जुलाई (ट्रिन्यू)
पंजाब में पंजाब की अनदेखी करने वालों की अब खैर नहीं है। सभी विभाग अपने-अपने कार्य क्षेत्र में एक विशेष अभियान चलाकर पंजाबी भाषा के इस्तेमाल को यकीनी बनाएंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कार्यभार संभालने के बाद दूसरी बार सख्त लहजे में विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही सरकार पंजाबी भाषा के इस्तेमाल को लेकर प्रयास कर रही है।
इसी बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी विभागों, जिला उपायुक्तों, मंडल आयुक्तों, बोर्ड व निगम अधिकारियों, उपमंडल अधिकारियों, जिला एवं सत्र न्यायधीशों को जारी पत्र में कहा गया है कि पूर्व में जारी किए गए निर्देशों के बावजूद कई विभागों में पंजाबी भाषा का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। पत्र में कहा गया है कि सभी अधिकारी किसी तरह की नोटिंग तथा पत्राचार में पंजाबी भाषा का इस्तेमाल करेंगे। सभी विभागों, स्कूलों, कालेजों, अस्पतालों तथा अन्य संस्थानों के प्रबंधकों द्वारा अपने यहां पंजाबी भाषा में बोर्ड लगवाए जाएंगे। यही नहीं लोक निर्माण विभाग राज्य की सभी सडक़ों पर साइन बोर्ड लगवाते समय पंजाबी भाषा को सबसे ऊपर लिखवाएगा। अन्य भाषाएं पंजाबी के नीचे लिखी जाएंगी। पंजाब सरकार ने साफ किया है कि फैक्टरी एक्ट के तहत पंजीकृत निजी संस्थानों, उद्योगों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बाहर भी पंजाबी भाषा में बोर्ड लिखवाए जाएंगे। पंजाब सरकार ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि राज्य में होने वाले आधारशिला एवं उद्घाटनी कार्यक्रमों में लगने वाले पत्थर केवल पंजाबी भाषा में ही हों।
ईटीटी अध्यापकों की कमी, सरकार की 6635 भर्तियां
पंजाब सरकार ने 6635 ईटीटी अध्यापकों की भर्ती की समस्याओं को हल करते हुए मंगलवार से चुने हुए अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया के अधीन शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने 16 उम्मीदवारों को नियुक्ति-पत्र दिए। स्थानीय पंजाब भवन में नियुक्ति-पत्र सौंपने के अवसर पर हेयर ने नव-नियुक्त अध्यापकों को अपनी जि़म्मेदारी पूरी लगन और संजीदगी के साथ निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को मानक शिक्षा मुहैया करवाना है और इसलिए स्कूलों के स्तर को ऊँचा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए उनकी सरकार ने मुहिम आरंभ कर दी है। इस अवसर पर हेयर ने मनदीप, सुखविन्दर सिंह, परविन्दर कौर, सोनिया कुमारी, नैन्सी कोशिल, आशीष कुमार वर्मा, निखल कुमार, रूबी वर्मा, सिमरनजीत कौर, कुलदीप कौर, नीना, आँचल कपूर, अर्शदीप और सरबजीत कौर को नियुक्ति पत्र सौंपे, जबकि पूजा रानी और मनन मेहता इस समय उपस्थित नहीं हो सके। इस मौके पर शिक्षा सचिव अजोए शर्मा और डी.पी.आई. एलिमेंट्री श्रीमती हरिन्दर कौर उपस्थित थे।