सिर दर्द से बचना है तो तनाव और उच्च रक्तचाप पर करें कंट्रोल
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 27 अप्रैल
न्यूरोलॉजी विभाग ने पीजीआई न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी (पीएनएस) और इंडियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी (आईएएन) के सहयोग से शनिवार को ‘सिरदर्द’ को लेकर एक जागरूकता अभियान चलाया।
‘जनता के साथ-पीजीआई का हाथ’ थीम के तहत आयोजित इस अभियान का उद्देश्य जनता को सिरदर्द के खतरे की घंटी के बारे जागरूक करना था।
यह कार्यक्रम एपीसी सभागार परिसर में हुआ, जिसमें गंभीर सिरदर्द के संकेतों और लक्षणों के बारे बताया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि उच्च रक्तचाप का प्रबंधन, तनाव नियंत्रण, वजन प्रबंधन और नियमित व्यायाम हमें सिरदर्द के प्रबंधन में मदद कर सकते हैं। अच्छी नींद की स्वच्छता के महत्व पर भी चर्चा की गई। सत्र का उद्घाटन पीजीआईएमईआर के निदेशक डॉ. (प्रो.) विवेक लाल ने किया। उन्होंने सिरदर्द से बचने के लिए लोगों को व्यायाम करने और वजन संतुलित रखने की सलाह दी।
न्यूरोलॉजी में सीनियर रेजिडेंट डॉ. सौरभ मिश्रा ने विभिन्न प्रकार के सिरदर्द, प्रमुख पहचान सुविधाओं और तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल ने भी उपस्थित लोगों का ज्ञानवर्धन किया। न्यूरोलॉजी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आस्था टक्कर द्वारा संचालित, पैनल चर्चा ने एक खुले संवाद की सुविधा प्रदान की, जिसमें दर्शकों ने अपने अनुभवों का वर्णन किया और सिरदर्द से संबंधित प्रश्न उठाए।
अनुभव और ज्ञान को किया साझा
सत्र में विविध पृष्ठभूमियों का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिन्होंने सूचनाओं को आदान-प्रदान में योगदान दिया। न्यूरोलॉजी विभाग के संकाय सदस्य प्रोफेसर धीरज खुराना, प्रोफेसर परमप्रीत सिंह खरबंदा, डॉ. साहिल मेहता, डॉ. सुचरिता रे, डॉ. कमलेश चक्रवर्ती, डॉ. रितुश्रे और डॉ. कार्तिक विनय महेश चर्चा में शामिल हुए और विषय पर अपने अनुभव और ज्ञान को साझा किया। न्यूरोलॉजी के सहायक प्रोफेसर डॉ. कार्तिक विनय महेश ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी और योगदान के लिए सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव दिया।