‘सरपंचों को अधिकार नहीं देने थे तो चुनाव करवाने की क्या जरूरत थी’
रोहतक, 27 अगस्त (हप्र)
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार पर बरसते हुए कहा कि जब सरपंचों को अधिकार ही नहीं देने थे तो चुनाव कराने की क्या जरूरत थी? दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार पंचायतों को छोटी सरकार कहती थी, लेकिन जब चुने हुए सरपंच प्रदेश सरकार के दरवाजे पर अपनी मांग को लेकर चंडीगढ़ गये तो उनको अपमानित किया गया, उनके साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया गया। अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले पंच-सरपंचों पर बर्बरता से कहर ढहाया गया।
दीपेंद्र हुड्डा रविवार को कलानौर हलके के गांव मायना में सरपंच एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। दीपेन्द्र हुड्डा ने सरपंचों को आश्वस्त किया कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार आने पर पंचायतों को सारे अधिकार वापस दिये जायेंगे, जिससे गांव का विकास सुचारु किया जा सके। दीपेंद्र ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि पर जिस जनता ने भरोसा किया सरकार उन पर भरोसा क्यों नहीं कर रही है? इसका सीधा मतलब यही हुआ कि प्रदेश की जनता पर सरकार को कोई भरोसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के चुने हुए प्रतिनिधियों का अपमान जनता का भी अपमान है जिन्होंने उनको चुना है। बार-बार लोकतंत्र को लहूलुहान करने वाली भाजपा-जजपा को हरियाणा की जनता कभी माफ नही करेगी। वक्त सबका हिसाब लेगा। दीपेन्द्र हुड्डा ने पिछले दिनों लेह (लद्दाख) में शहीद भारतीय सेना के गनर अंकित (गद्दी खेड़ा, रोहतक) के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढाढ़स बंधाया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के समय पंचायतों को करोड़ो की ग्रांट दी जाती थी, जिससे गांवों में विकास कार्यों की अलग ही चमक दिखायी देती थी। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार गांवों में विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें तो करती है लेकिन हकीकत में उसकी नीयत में ही खोट है।
इस अवसर पर कलानौर की विधायक शकुंतला खटक, प्रो. वीरेंद्र, आनंद सिंह दांगी, चक्रवर्ती शर्मा, जयदीप धनखड़, अशोक मायना, राजपाल बुधवार, पं. जय भगवान सुनारियां, राय सिंह मायना, कार्यक्रम आयोजक रोहतक ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन के प्रधान अमर डागर, मायना गांव के सरपंच प्रतिनिधि प्रवीन, शिमली गांव के सरपंच मास्टर धर्मेंद्र स्वामी रोहतक ब्लॉक के सरपंच एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।