कंगना को किसानों से दिक्क त है तो छोड़ दें भारत : रतन मान
करनाल, 28 अगस्त (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन की प्रदेश स्तरीय मीटिंग प्रदेश अध्यक्ष रतनमान की अध्यक्षता में करनाल में हुई। मीटिंग में किसानों ने अपनी मांगों को जोर-शोर से उठाया। किसानों ने बीजेपी सांसद कंगना द्वारा दिए गए बयानों की निंदा करते हुए रोष जताया और कहा कि यदि कंगना को किसानों से दिक्कत है तो उन्हें भारत में नहीं रहना चाहिए। उन्हें यह देश छोड़ देना चाहिए। इस मीटिंग में प्रदेशभर के किसानों ने भाग लिया। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने इस अवसर पर कंगना रनौत के बयानों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सांसद कंगना के मुंह से भाजपा के विचारों को ही व्यक्त कराया जा रहा है। कंगना का बयान भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है, जो किसानों के बीच भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है। किसान नेताओं ने कहा कि कंगना रनौत के बयानों से किसान समुदाय में रोष है और उन्होंने भाजपा से कंगना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
किसानों का मानना है कि कंगना का किसानों के खिलाफ बोलना केवल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए किया जा रहा है। रतन मान ने कहा कि सरकार ने एमएसपी की घोषणा को चुनावी एजेंडा का हिस्सा बना दिया है, जिसमें कुछ फसलों को भी जोड़ा गया है जिनका हरियाणा में उत्पादन ही नहीं होता। उन्होंने कहा कि एमएसपी की व्यवस्था पहले से ही मौजूद है, लेकिन किसानों को फसल खरीद की गारंटी चाहिए, जिसके बिना एमएसपी का कोई महत्व नहीं है। किसान नेता कुलदीप खरड़, चौधरी बारूराम, गुरनाम सराहरण, सोनू मालपुरिया, सुरेंद्र सिंह घुम्मन, सुभाष गुर्जर और नरमेल सिंह ने सरकार की घोषणाओं को केवल कागजी बताते हुए कहा कि ये घोषणाएं केवल पोर्टल तक ही सीमित हैं।
20 सितंबर को कलायत में किसान संगठनों की होगी बैठक
किसान नेताओं ने कंगना पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बार-बार किसानों को टारगेट कर रही हैं और भाजपा के इशारे पर काम कर रही हैं। किसान नेताओं ने भाजपा से मांग की कि वे कंगना के इस व्यवहार पर उन्हें सजा दें, ताकि भविष्य में इस तरह की बयानबाजी न हो। आने वाली 20 सितंबर को कलायत में किसान संगठनों की एक और बैठक आयोजित होगी जिसमें चुनावी रणनीति पर गहन चर्चा की जाएगी।