किसान अगर खाद, बीज के लिए आत्महत्या करे तो सरकार के लिए शर्म की बात : सैलजा
नरवाना, 9 नवंबर (निस)
अगर कोई किसान खाद, बीज, कीटनाशक के लिए आत्महत्या करता है तो सरकार के लिए इससे बड़ी कोई शर्म की बात नहीं हो सकती, किसान खाद के लिए चीख रहा है और शासन प्रशासन एक ही बात कहता है कि खाद की कोई कमी नहीं है, अगर कमी नहीं है तो किसान को खाद मिल क्यों नहीं रही, क्योंकि परेशान होकर किसान आत्महत्या कर रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने यह बात नगर परिषद के पूर्व प्रधान भारत भूषण गर्ग के निवास पर पत्रकारों से बात करते हुए कही।
इस अवसर पर सांसद पार्षद आशुतोष शर्मा, खजान्ची बाता, संजीव ढाकल, सुशील कौशिक, सचिन कौशिक, निखिल गर्ग, अखिल गर्ग, रमेश गर्ग, भगवानदास आर्य, ईश्वर भीखेवाला, गंगा सिंह, धर्मपाल आदि मौजूद रहे।
सरकार से पर्याप्त खाद, बीज दवाइयां आदि की मांग करते हुए सैलजा ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार को अपनी सोच और नीति को बदलना होगा, किसान देश का अन्नदाता है, उसके मान सम्मान और उसके जरूरतों का ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि खाद के लिए किसान आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं, इस पर सरकार को गंभीरता से विचार करना होगा।