उचाना से ही लड़ूंगा विधानसभा चुनाव : दुष्यंत चौटाला
उचाना, 25 जून (निस)
पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मेरे को न पहले कभी शक था न आज कोई शक है। उचाना हलके से ही मैं चुनाव लडूंगा। जो जिम्मेदारी उचाना की जनता ने दी है मजबूती से निभाई है आगे भी जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे निभाऊंगा। वे आज जजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
राज्यसभा चुनाव को लेकर दुष्यंत ने कहा कि एक राज्यसभा उम्मीदवार के लिए प्रदेश की सीटों पर या तो दस प्रतिशत या कम से कम 10 प्रपोजल चाहिए। प्रपोजल सैकेंडर के बाद 8 प्रपोजल और चाहिए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा सारी कांग्रेस के विधायक, मैं (दुष्यंत चौटाला) बलराज कुंडू से भी निवेदन करूंगा सारे एकत्रित हों। सामाजिक तौर पर कोई एक उम्मीदवार को चुने, सबसे पहला नाम प्रपोजल और सैकेंडर प्रपोजल में होगा तो दुष्यंत चौटाला, नैना चौटाला का होगा। इनमें दम नहीं है। फिर फार्म हम भरना शुरू करते हैं। अगर हमारे पास दो या तीन की कमी रही जो विधायक है उनके साइन करवा दो, भाजपा से हम टक्कर भी लेंगे और राज्यसभा जीतेंगे।
पूर्व डिप्टी सीएम का कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत
लोकसभा चुनाव में जजपा के अनुरूप नहीं रहे परिणामों के बाद फील्ड में उतरे पूर्व डिप्टी सीएम एवं स्थानीय विधायक दुष्यंत चौटाला रजबाहा रोड स्थिति जजपा कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आया। चुनाव में मिली हार के बाद भी कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद नजर आए। कार्यकर्ताओं ने आया-आया सीएम आया के नारों से दुष्यंत चौटाला का स्वागत किया। फूलों की बारिश से कार्यालय पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। जजपा पूर्व जिला प्रधान रहे कृष्ण राठी ने कहा कि वे जींद जिले में जजपा को मिली हार की जिम्मेदार लेते हैं। पार्टी के अनुरूप परिणाम नहीं रहे। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारे खिलाफ 2019 से दुष्प्रचार किए जाते रहे। विरोधी दुष्प्रचार करने में कामयाब हुए। इस चुनाव में मुकाबला मुख्य रूप से दो राष्ट्रीय दलों में रहा। चुनाव में हार-जीत सिक्के के दो पहलु रहे हैं। जो-जो काम गांवों में हुए हैं उन कामों को बारे में लोगों को बताने का काम करें। आपस में एक-दूसरे की टांग खिंचाई न करें। मेहनत के बूते पर हम सत्ता में आने का काम करेंगे। इस मौके पर जोरा सिंह डूमरखा, दिनेश चेयरमैन, भलेराम श्योकंद, चंद्रपाल शर्मा, नसीब घसो, राजीव डूमरखा, महीपाल बधाना, पप्पू नगूरां, वीरेंद्र कौशिक, सत्यवान शर्मा, धर्मबीर श्योकंद, विजय कुंडू, गंगादत्त पांचाल, यशपाल बुडायन, साब छात्तर सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।