शिमला में बनेगा एचआरटीसी का बस म्यूजियम
ज्ञान ठाकुर/हप्र
शिमला, 1 अप्रैल
हिमाचल प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम इस वर्ष एचआरटीसी अपने सफर के 50 वर्ष पूरे कर रहा है। इसके उपलक्ष्य पर एचआरटीसी स्वर्ण जयंती मना रहा है। 50 वर्षों की यादगार और संघर्षपूर्ण यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में प्रबंध निदेशक कार्यालय में बस संग्रहालय बनाने जा रहा है जिसमें अब तक के बसों के मॉडल, पुरानी टिकटें, बसों की पुरानी तस्वीरें और कलपुर्जे संजोए जाएंगे जो स्थानीय लोगों के साथ-साथ सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा।
एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन ठाकुर ने आज शिमला में कहा कि एचआरटीसी स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर को स्वर्ण जयंती उत्सव के रूप में मनाया रहा है।
निगम एचआरटीसी बसों की वीडियो और फोटो स्पर्धा आयोजित कर चुका है। इसी कड़ी में अब एचआरटीसी बस संग्रहालय बनाने जा रहा है जिसमें 1974 से 2024 तक निगम के बेड़े में शामिल हर प्रकार की बसों के मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे। निगम ने बसों के माॅडल बनवाने शुरू कर दिए हैं। 6 तरह की बसों के मॉडल तैयार हो चुके हैं। अन्य पर काम जारी है। बस संग्रहालय में प्रदेश में बस सेवा की शुरुआत से लेकर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन तक के सफर के मॉडल को दिखाया जाएगा।
30 मई तक सभी 31 यूनिट होंगे कैशलेस
रोहन ठाकुर ने कहा कि एचआरटीसी 30 मई तक अपने सभी 31 यूनिट को प्रदेश में कैशलेस कर लेगा। पहले चरण में शिमला लोकल बसों को कैशलेस कर दिया गया है और वॉल्वो बसों को भी कैशलेस कर दिया गया है। दूसरे चरण में नाहन, सोलन, पालमपुर, सुंदरनगर, हमीरपुर, मंडी बिलासपुर, धर्मशाला, सरकाघाट, ऊना, बैजनाथ और धर्मपुर यूनिट को 30 अप्रैल तक कैशलेस बनाने का लक्ष्य है जबकि अन्य यूनिट को 31 मई तक कैशलेस कर दिया जायेगा। इसके बाद एनसीएमसी कार्ड को भी शुरू करने का प्लान एचआरटीसी ने बनाया है।