घरेलू सहायकों से कैसा हो आपका व्यवहार
अलका 'सोनी'
घर में कोई समारोह हो या रोजमर्रा के काम- उसे अच्छी तरह से निपटाने में हमारे ‘हेल्पिंग हैंड’ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। उन्हें आते हुए देखकर आपके चेहरे पर सुकून आ जाता है और अगर किसी दिन वे न आएं तो उनकी वैल्यू का पता चलता है। जब आपका पूरा घर बिखरा हुआ दिखता है। आप कामों से घिरी हुई खुद को पाती हैं। ये दरअसल हमारे घरेलू कार्यों में सहायक हैं जो हमारा ध्यान रखते हैं। इसलिए इनका ध्यान रखना हमारी भी ज़िम्मेदारी है।
कोई एक व्यक्ति होता है जो हमारे घर के कामों में हमारी मां, पिताजी और सबकी मदद करता है। कोरोना आपदा ने जहां हर इंसान को घर का काम करने की प्रेरणा दी थी वहीं हमें घरेलू कामगारों की अहमियत भी समझाई थी। जब उनके बिना जीवन मुश्किल हो गया था। तब हमारा सारा समय कामों को निपटाने में ही बीत जाता था। इसलिए यह सामाजिक और नैतिक दृष्टि से भी सही है कि उनके साथ हमारे रिश्ते अच्छे हों।
कुछ बातें जो आपके और घरेलू सहायक के रिश्ते को मज़बूत बनाने के लिए ज़रूरी हैं :-
सद्व्यवहार की दरकार
अपने घरेलू सहायक या सहायिका से तेज़ आवाज़ में बात करने की बजाय धीमी आवाज़ में बात करें। काम के दौरान अगर उनसे कोई भूल हो जाए, तो बजाय उसी समय या सबके सामने ज़ोर से डांटने के, उन्हें अलग ले जाकर शांति से बात करें। इससे उनकी नजर में आपके प्रति सम्मान बढ़ेगा। आप उनके मान का ख्याल रखेंगे, तो वे भी आपका मान करेंगे। आप उन्हें कभी आराम से उस गलती के दोहराव न होने की बात कह सकते हैं।
घर के कायदों की जानकारी दें
अगर आप किसी नए सहायक को रख रहे हैं तो उसे रखने के पूर्व अपने काम व घर के तौर-तरीकों के बारे में और उसके साथ ही कार्यों की सीमाएं भी ज़रूर बताएं। घर का अनुशासन यदि उसको पता होगा तो वो उसी तरीक़े से काम करेगा। लेकिन उनके बार-बार लापरवाही करने, बेअदबी करने जैसी ग़लतियों को नज़रअंदाज़ भी न करें। उनके साथ स्वस्थ रिश्ते के लिए जहां आपका बेहद सख्त होना गलत है, वहीं बेहद नर्म होना भी मुश्किल में डाल सकता है।
सावधानी में ही समझदारी भी
आज के दौर में सहायकों को लेकर कई ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं कि सुरक्षा भी एक महत्वपूर्ण सवाल है। अपनों की सुरक्षा के लिए सहायक रखने की सूचना संबन्धित पुलिस थाने में अवश्य दें एवं उसको भी यह बात स्पष्ट बता दें। साथ ही जहां तक संभव हो उनके सामने अपने गहनों और पैसों का जिक्र या प्रदर्शन न करें। आप कब और कहां जा रहे हैं,उसकी जानकारी भी सीमित रखें उनसे। ध्यान रहे कि अपनी जानकारी उतनी ही दी जाए जितनी आवश्यक है क्योंकि नए व्यक्ति को पहले परखा जाए, फिर उस पर विश्वास करना चाहिए।
तहकीकात के फायदे
आप जब भी किसी को अपने घर काम पर रखें यह ध्यान रखें कि आपको उनके परिवार के बारे में पूरी जानकारी हो। इसके दो फ़ायदे हैं, एक तो यह कि उसको भी अपनापन महसूस होगा कि कोई उसके परिवार के बारे में भी जानना चाहता है और दूसरा ये कि तहकीकात के दौरान आपको उसका पिछला रिकॉर्ड भी पता चल जाएगा। साथ ही उसका अपने परिवार के प्रति व्यवहार देख कर भी आप ये तय कर पाएंगे कि वह दूसरे लोगों के प्रति कैसे व्यवहार कर सकता है।
आवश्यक सुविधाएं
आपके घर जो भी काम करने आते हों, उनकी मूलभूत आवश्यक सुविधाओं का ध्यान रखें। जैसे घर में बैठने या आराम करने का कोई स्थान, वहां बिजली की सुविधा, पानी, उसके स्वयं के लिए कुछ वक़्त आदि ज़रूर दें ताकि उसपर अभाव का प्रभाव न पड़े। सुविधाओं का समय-समय पर आप निरीक्षण भी करते रहें। ऐसा करने से एक-दूसरे के प्रति सजगता बढ़ेगी। उनके जन्मदिन का ध्यान रखें। अगर कभी वो छुट्टी मांगें, तो मना न करें और हो सके तो कोई तोहफ़ा दें।
कुछ बातें पहले करें तय
घरेलू सहायक रखते समय हम जिस तरह उनके पूर्व कामों या घरों के अते-पते की जानकारी लेते हैं, वैसी ही तसल्ली उन्हें भी चाहिए होती है। उन्हें काम समझाते समय ही अवकाश, वेतन के दिन, घर के लोगों के परिचय आदि के बारे में स्पष्ट बता दें। क्या वेतन वृद्धि देंगे, अतिरिक्त काम का अलग से भुगतान करेंगे व वार-त्योहार में छुटि्टयों की कैसी व्यवस्था रखेंगे, इस बारे में भी अगर कोई आश्वस्ति दे सकेंगे, तो कामगार काम की इज्ज़त करेंगे।
इनके अलावा भी अगर कुछ चीजों का ख्याल रखें तो बेहतर है। जैसे किसी महिला सहायक के घर में काम करते समय घर के पुरुषों को शालीन वस्त्र पहनने को कहें। उनके खाने-पीने के लिए बर्तन सही हों। अगर वे आपके घरेलू मामलों में बोलें, तो उनको झिड़कने की बजाय, शांति से समझायें। घरेलू सहायक को इतना भरोसा होना चाहिए कि किसी भी समस्या के होने पर वे आपसे बात कर सकते हैं। याद रखें कि आपके ‘हेल्पिंग हैंड’ आपके घर काम करने आते हैं लेकिन वे भी मानवीय बर्ताव व सम्मान के हकदार हैं।