PM MODI ने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चेनाब ब्रिज का उद्घाटन किया, कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई
अर्जुन शर्मा/ट्रिन्यू
कटरा, 6 जून
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज, चेनाब ब्रिज का भव्य उद्घाटन किया और कटरा रेलवे स्टेशन से कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह रेल संपर्क कश्मीर घाटी को धीरे-धीरे पूरे देश से जोड़ने में एक ऐतिहासिक भूमिका निभाएगा।
ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से पूर्व, प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज का बारीकी से निरीक्षण किया तथा इस विशाल परियोजना पर कार्यरत कर्मचारियों से संवाद किया।
यह सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन कश्मीर घाटी को भारत के पवित्र तीर्थस्थल कटरा से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जहां माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।
कुल दो जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें (Train Nos. 26404/26403 और 26401/26402) श्रीनगर–कटरा–श्रीनगर मार्ग पर चलेंगी, जिनका मुख्य ठहराव बानिहाल होगा।
इन ट्रेनों में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं और यात्रा का समय उल्लेखनीय रूप से कम किया गया है, जिससे पर्यटक एवं स्थानीय यात्री दोनों को तेज, आरामदायक और प्रभावी सेवा मिलेगी।
परियोजना का सबसे अहम आकर्षण चेनाब ब्रिज है, जो चेनाब नदी से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यह एफिल टॉवर से भी ऊंचा है।
1,315 मीटर लंबा यह स्टील आर्च ब्रिज उच्च वायु गति और भूकंपीय गतिविधियों को सहने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है, जो जम्मू और श्रीनगर के बीच रेल संपर्क को मजबूत बनाएगा। नए वंदे भारत ट्रेनों के परिचालन से कटरा और श्रीनगर के बीच यात्रा का समय 2-3 घंटे घटकर मात्र लगभग 3 घंटे रह जाएगा।
भारत का पहला केबल-स्टे रेलवे ब्रिज
साथ ही, भारत का पहला केबल-स्टे रेलवे ब्रिज, अंजी ब्रिज, भी इस परियोजना का हिस्सा है, जिसे इस क्षेत्र की चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
272 किलोमीटर लंबे उदयपुर से श्रीनगर तक रेल मार्ग का निर्माण 43,780 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है, जिसमें 36 सुरंगें और 943 पुल शामिल हैं। यह परियोजना कश्मीर घाटी को पूरे देश से साल भर जोड़ने में सक्षम होगी, जो क्षेत्र की आवाजाही और आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। 7 जून से कटरा और श्रीनगर के बीच दो जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू होंगी, जो स्थानीय लोगों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करेंगी।