अस्थिर रिश्तों के दौर मेें भरोसे की उम्मीद
अंतरा पटेल
प्यारे बेटे- खुश रहो! यह जानकर अच्छा लगा कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के तहत तुम्हें अपनी पसंद का कॉलेज व विषय मिल गये हैं। मैं आशा करती हूं कि हमेशा की तरह अब भी तुम मन लगाकर पढ़ाई करोगे। लंदन की चकाचौंध तुम्हें भटकायेगी नहीं। घर की याद तुम्हें सतायेगी नहीं। तुम अपनी निगाह अपने लक्ष्य पर लगाये रखोगे। तुमने अपने पिछले ई-मेल में लिखा था कि नये सहपाठियों से तुम्हारा परिचय हुआ है, जिनमें लड़के भी हैं और लड़कियां भी। यह स्वाभाविक है। नई जगह पर नये लोग मिलते हैं, कुछ से दोस्ती हो जाती है, कुछ से लगाव, और किसी से प्रेम भी। तुम्हारी आयु में यह सब होना मुमकिन है।
हालांकि मैं जानती हूं कि दिल पर किसी का ज़ोर नहीं चलता है, यह किसी नियम या सीमा का पाबंद नहीं होता है, लेकिन बेटा, दिल लगाते समय अगर कुछ बातों को ध्यान में रख लिया जाये तो भविष्य की आशंकित परेशानियों से अगर पूरी तरह से बचा भी न जा सके तो भी उन्हें कुछ कम अवश्य किया जा सकता है। शायद इसलिए ही तुमने मालूम किया है कि किसी के लॉयल रहने की संभावना के संकेत क्या हैं? तुम्हारे सवाल से मैं यह समझी कि तुम यह जानना चाह रहे हो कि यह कैसे पता चले कि जिस लड़की को तुम संभावित गर्लफ्रेंड के रूप में देख रहे हो, वह वफ़ादार रहेगी या नहीं? आज के ब्रेकअप व धोखाधड़ी के जमाने को देखते हुए तुम्हारा डर स्वाभाविक है। खैर, इस संदर्भ में मैं तुम्हें अपने अनुभव से कुछ बताती हूं।
मुलाकातों में जाहिर हों जो अहसास
वफादारी का मुख्य संकेत नियमित, ईमानदारी भरा और खुला कम्युनिकेशन है। यह देखो कि जिस लड़की के साथ तुम अपने भविष्य की कल्पना कर रहे हो, वह तुमसे नियमित सम्पर्क बनाये हुए है? अपने विचार, अहसास व अनुभव तुम्हारे साथ शेयर करती है या नहीं? ध्यान रखो कि एक वफ़ादार लड़की अपने अतीत व वर्तमान सहित अपने जीवन को लेकर पारदर्शी होती है। दरअसल, वह एक खुली किताब होती है। वह अपने जीवन की महत्वपूर्ण बातों को छुपाती नहीं है और असहज सच्चाइयों को भी शेयर करने के लिए तैयार रहती है। इस तरह वह विश्वास व ईमानदारी प्रदर्शित करती है।
मददगार होने का भाव
एक अन्य महत्वपूर्ण बात यह है कि वफ़ादार लड़कियों का स्वभाव या बिहेवियर मदद व सहयोग करने वाला होता है। इसलिए बेटा, नोट करो कि तुम्हारी जो कोशिशें हैं, चाहे वह व्यक्तिगत हों या प्रोफेशनल, उनमें वह तुम्हारा निरंतर सहयोग कर रही है या नहीं। इस सहयोग का अर्थ यह नहीं है कि वह तुम्हारे बदले में काम करे। असल में, तुम्हें प्रोत्साहित करके, तुम्हारा मनोबल बढ़ाकर, सक्रिय मदद करके या केवल साथ खड़े होकर जब तुम्हें किसी से बात करने की ज़रूरत महसूस हो, से भी यह सहयोग प्रदर्शित किया जा सकता है।
एक-दूजे के पर्सनल स्पेस का ख्याल
बेटा, आप किसी के साथ प्रेम बंधन में हों या विवाह बंधन में, तब भी हर पार्टनर को अपनी व्यक्तिगत स्पेस भी चाहिए होती है, जिसकी सीमाएं भी होती हैं। हर पार्टनर के लिए ज़रूरी होता है कि इन सीमाओं का सम्मान किया जाये, इनका उल्लंघन न किया जाये। एक वफ़ादार लड़की तुम्हारी सीमाओं का सम्मान करेगी और बदले में तुमसे भी यही उम्मीद करेगी। वह व्यक्तिगत स्पेस और संबंध में स्वायत्तता के महत्व को समझती है। तुम्हें भी इसकी अहमियत को समझना होगा। जिस तरह ताली बजाने के लिए दो हाथों की ज़रूरत पड़ती है, उसी तरह वफादारी की उम्मीद एकतरफ़ा नहीं हो सकती, तुम्हें भी अपनी वफ़ादारी प्रदर्शित करनी होगी।
रिश्ते को तरजीह और केयर
एक वफ़ादार लड़की संबंध को वरीयता देती है। वह प्रदर्शित करती है कि उसके लिए संबंध का मूल्य है और वह उसके लिए समर्पित है। यह प्रदर्शन इस तरह से भी हो सकता है कि वह तुम्हारे लिए समय निकाले, तुम्हारी भावनाओं का ख्याल रखे और अपनी भविष्य की योजनाओं में तुम्हें शामिल करे। इसके अतिरिक्त वफ़ादार लड़की सामाजिक स्थितियों में तुम्हारा बचाव व रक्षा करेगी। दूसरे तुम्हारे बारे में कुछ गलत बोलें, वह बर्दाश्त नहीं करेगी और आवश्यकता पड़ने पर तुम्हारे लिए खड़ी रहेगी। वह भावनात्मक रूप से उपलब्ध रहेगी और तुम पर ध्यान देगी व तुम्हारी केयर करेगी। एक वफ़ादार लड़की कठिन समय में तुम्हारे साथ खड़ी रहती है और अच्छे समय में तुम्हारे साथ जश्न मनायेगी। उसके भावनात्मक समर्थन में निरंतरता होती है।
जीवन से जुड़ी बातों में दिलचस्पी
जिस लड़की में निष्ठा होती है, उसके वफ़ादार होने की संभावना अधिक होती है। वह अपना वायदा वफ़ा करती है और उसके एक्शन उसके शब्दों के अनुरूप ही होते हैं, जिससे भरोसा ज़ाहिर हो जाता है। बहरहाल, एक अच्छा संकेत यह भी है कि जो लड़की लम्बे समय तक स्थिर दोस्ती बरकरार रखती है, वह वफादारी व कमिटमेंट जैसे मूल्यों का सम्मान करने वाली होती है। ऐसी लड़की को तुम्हारे जीवन में वास्तविक दिलचस्पी होगी और वह तुम्हारे रोजमर्रा के जीवन, तुम्हारे शौक़ व तुम्हारे लक्ष्यों के बारे में मालूम करेगी। यह निरंतर जिज्ञासा और संपर्क इस बात का संकेत है कि वह तुम्हारा महत्व समझती है व तुम्हें गहराई से जानना चाहती है।
बेटा! तुम भी सोच रहे होंगे कि मां आज फिर उपदेश देने लगी। लेकिन क्या करूं, मां हूं, अपने बच्चे का भला चाहती हूं। मेरे अनुभव अगर तुम्हारा जीवन खुशियों से भर देते हैं तो मुझे भी अपने जीवन की सफलता पर प्रसन्नता होगी। शेष फिर... तुम्हें हमेशा प्यार करने वाली, तुम्हारी मां। -इ.रि.सें.