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घर खरीदारों का हरेरा आॅफिस पर प्रदर्शन

08:08 AM Oct 20, 2023 IST
घर खरीदारों का हरेरा आॅफिस पर प्रदर्शन
गुरुग्राम में बृहस्पतिवार को हरेरा कार्यालय पर खरीदार प्रदर्शन करते हुए। -हप्र
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गुरुग्राम, 19 अक्तूबर (हप्र)
रियल एस्टेट कंपनी माहिरा होम्स के पास पिछले तीन साल से फ्लैट बुकिंग करवा कर घर का सपना देख रहे खरीदारों का धैर्य जवाब देने लगा है। बृहस्पतिवार को खरीदार सिविल लाइन स्थित हरेरा कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कंपनी के मालिकों पर 5 हजार के करीब खरीदारों से धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की। माहिरा होम्स सेक्टर-104 के प्रधान कमल भारद्वाज, सेक्टर-63ए से अभिषेक वाही, सेक्टर-95 से जोश मैथ्यू ने बताया कि माहिरा होम्स की कंपनी ने गुरुग्राम में सेक्टर-103 व 104, सेक्टर-63ए, सेक्टर-95 व सेक्टर-68 में अफोर्डेबल हाउसिंग के 5 प्रोजेक्ट लांच किए थे।
वर्ष 2020-21 में लांच किए गए इन प्रोजेक्ट में करीब 5000 लोगों को फ्लैट आवंटित हुए। लोगों ने 5 से लेकर 25 लाख रुपये तक माहिरा होम्स कंपनी के पास जमा करा दिए। इस तरह से 300 करोड़ रुपये से अधिक की रकम माहिरा होम्स में जमा हुई। खरीदारों को उम्मीद थी कि उन्हें जल्द फ्लैट मिल जाएंगे। समय बीतता गया, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नजर नहीं आया। सभी प्रोजेक्ट पर कहीं जमीन खोद दी गई तो कहीं बेसमेंट बनाया गया। कहीं एक फ्लोर बनाकर छोड़ दिया गया। माहिरा होम्स में फ्लैट खरीदारों के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अभय जैन का कहना है कि खरीदारों के साथ बिल्डरों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए रेरा का गठन किया गया है, लेकिन रेरा पीड़ितों को न्याय नहीं दिला पा रहा। अदालत में साबित हो चुका है कि 300 करोड़ रुपये कंपनी ने दूसरे काम के लिए ट्रांसफर कर दिए।
परेशान कमल भारद्वाज, अभिषेक वाही, जोश मैथ्यू ने पत्रकारों को बताया कि रेरा का नियम है कि जिस प्रोजेक्ट के लिए जो राशि खरीदारों द्वारा जमा कराई जाती है, वह उसी प्रोजेक्ट में खर्च हो। फ्लैट खरीदारों ने रेरा में कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कराया। रेरा ने कंपनी को आदेश दिए कि जो पैसा डायवर्ट किया है, वह इन्हीं प्रोजेक्ट के लिए वापस खातों में जमा किया जाए। लेकिन कंपनी ने रेरा के आदेश को ठेंगा दिखा दिया और आदेश नहीं माने।
बिल्डर की ओर से उच्च न्यायालय में एक शपथपत्र प्रस्तुत किया गया है, इसमें कहा गया है कि किस तरह परियोजना को पूरा किया जाना है। इस शपथपत्र के सत्यापन की रिपोर्ट 2 नवंबर को अदालत में प्रस्तुत की जानी है। इसको स्थानीय आयुक्त पेश करेंगे। इसके अलावा बिल्डर ने खुद भी साइट पर मौजूद रहकर प्रोजेक्ट पूरा करवाने की बात कही है। बिल्डर ने खरीदारों को किराया देन की भी पेशकश की है।

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