सरकारी नौकरी की बयार में छुट्टियों की बहार
संतोष उत्सुक
आजकल अगले साल होने वाली छुट्टियों में घूमने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। पति-पत्नी दोनों सरकारी नौकरी में हों तो सोना ही सोना। पति की पोस्टिंग शहर के आसपास हो और पत्नी की पोस्टिंग घर के अड़ोस-पड़ोस में ही हो तो मानव जीवन सफल हो जाए। पोस्टिंग का प्रबंधन भी तन-मन-धन और थोड़ा मेहनत कर हो जाता है।
क्या बात है जी, सरकारी नौकरी की। हमारे यहां उन लोगों की सामाजिक रेटिंग भी कम रहती है जिनके परिवार से एक भी व्यक्ति सरकारी नौकरी में नहीं है। ऐसे लोग भी हैं जो यह आवाज़ उठाते रहते हैं कि सरकारी नौकरी में एक परिवार से एक ही बंदा होना चाहिए। वैसे ऐसी बातों को मानवाधिकारों का हनन माना जाता है। सरकारी नौकरी करने वाले तो अपने बच्चों को भी ऐसी कोचिंग देते हैं कि वे किसी तरह सरकारी नौकरी में आ जाएं। निजीकरण के ज़माने में भी सरकारी नौकरी की चाहत कम नहीं होती जी। छुट्टियों का खज़ाना जमा हो जाता है। वह बात दीगर है कि प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वालों को वास्तव में पता होता है कि छुट्टी क्या होती है और कितनी मुश्किल से मिलती है।
कई बार अगले साल होने वाली छुट्टियों की लिस्ट ज़िंदगी में बहार की तरह आती है, लेकिन इस बार आई लिस्ट ने मज़ा किरकिरा कर दिया है। बहुत दुखदायी सूचना है कि अगले साल सात सरकारी छुट्टियां रविवार को हैं। अगर यही अवकाश दूसरे वार को होते तो कितना सुखदायक होता। और तो और, चार वैकल्पिक अवकाश भी रविवार को आ रहे हैं। यह भी कितनी परेशान करने वाली बात है। यह ठीक है कि कुछ छुट्टियां शुक्रवार या शनिवार को भी हैं जिनके साथ एक छुट्टी लेकर कई छुट्टियां एक साथ हो सकती हैं। कई त्योहारों या जन्मदिन का अवकाश शनिवार या सोमवार को रहता है तो कितना सौम्य और आरामदायक लगता है। अगर कोई छुट्टी दूसरे शनिवार को घोषित हो जाए तो इस बात की तारीफ़ नहीं की जाती क्योंकि उस दिन पहले ही अवकाश होता है।
काफी समझदार लोगों का कहना है कि चाहे कोई त्योहार या दिवस दूसरे शनिवार या रविवार को पड़ रहा हो उसकी सरकारी छुट्टी किसी और वार को कर देनी चाहिए, जिस वार को पहले से छुट्टी न हो। सरकार इतने काम मनमाने तरीके से करती है। छुट्टियां उचित तरीके से नहीं करती। कुछ छुट्टियों का दिन बदल दें तो वोट बैंक ही बढ़ेगा। इस तरह सरकारी राजनीतिक पार्टी, काफी वोटें आने वाले चुनाव के लिए अपने पक्ष में सुनिश्चित कर सकती है। अगले साल होने वाली छुट्टियों का मज़ा तो कई गुना हो ही सकता है।