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अपनों को गले लगाने का पर्व है होली : ज्ञाानानंद

07:21 AM Mar 14, 2025 IST
अपनों को गले लगाने का पर्व है होली   ज्ञाानानंद
जगाधरी में आयोजित होली मिलन समारोह में प्रवचन करते गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज। -हप्र
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जगाधरी, 13 मार्च (हप्र)
बीएन महल पैलेस जगाधरी में श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति व जीओ गीता संस्थान द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
यह आयोजन भारत भूषण बंसल और प्रधान जितेंदर गुप्ता द्वारा किया गया। समारोह में वृंदावन धाम से आए गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि भारत देश में पर्व और त्योहार हमारी हिन्दू संस्कृति की पहचान हैं। साल में कोई न कोई त्योहार हमारी संस्कृति और सनातन धर्म को जगाने के लिए हमारे समक्ष होता है।
उन्होंने सनातन के महाकुंभ के रूप में अमृत स्नान के भाव से गौरव प्राप्त एक अदभुत भाव दृश्य के बारे में बताया। स्वामी जी ने कहा कि कुम्भ स्नान एक अमृत योग बनता है। महाराज ने कहा कि होली पर्व आपसी भाईचारे का पर्व है। उन्होंने कहा कि होली ईर्ष्या नफरत को भुला कर अपनों को गले लगाने का पर्व है। समारोह में विक्की, सुरिंदर सूरी आदि ने होली गीत गाकर भक्तों को मुग्ध किया। इस अवसर पर रामनिवास गर्ग, मदन चौहान, प्रदीप मित्तल, संजीव बग्गा, अनिल छाबड़ा, केवल कृष्ण सैनी, गौतम छाबड़ा, राकेश ओबेरॉय, सतीश मल्होत्रा, अनिल महेंद्रू, योगेश ढल आदि मौजूद रहे। समारोह के समापान पर विशाल भंडारा दिया गया।

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