For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Holi Bhai Dooj 2025 : होली के बाद कब मनाया जाएगा भाई दूज, जानिए सही तिथि से लेकर मुहूर्त तक सबकुछ

03:20 PM Mar 05, 2025 IST
holi bhai dooj 2025   होली के बाद कब मनाया जाएगा भाई दूज  जानिए सही तिथि से लेकर मुहूर्त तक सबकुछ
Advertisement

चंडीगढ़, 5 मार्च (ट्रिन्यू)

Advertisement

Holi Bhai Dooj 2025 : होली हिंदू धर्म का प्रमुख और रंगों से भरा एक त्योहार है, जो हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और रंगों के उत्सव के रूप में जाना जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं, खुशियां बांटते हैं और साथ मिलकर खाने-पीने का आनंद लेते हैं। होली का मुख्य दिन 'धुलेंडी' या 'फागुआ' के नाम से भी जाना जाता है। 2025 में होली का त्योहार 14 मार्च को मनाया जाएगा।

वहीं, होली से दो दिन बाद होली भाई दूज का त्यौहार भी मनाया जाता है। हिंदू धर्म में भाई दूज का त्यौहार साल में दो बार मनाया जाता है पहला होली के दो दिन बाद और दूसरा दीपावली के बाद। चैत्र माह कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाले इस त्यौहार को भाई टीका, भाई बीज, भाऊबीज, भाई फोंटा और भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता है।

Advertisement

इसके अलावा होली भाई दूज को को "यम द्वितीया" भी कहा जाता है क्योंकि इसे यमराज और उनकी बहन यमुनाजी से जोड़ा जाता है। कथाओं के अनुसार, यमराज अपनी बहन यमुनाजी से मिलने उनके घर आए थे, और यमुनाजी ने उन्हें प्रेम से भोजन कराया और एक वचन लिया कि इस दिन हर भाई अपनी बहन के घर जाएगा और उसे खुशियां देगा। इसके बाद से यह परंपरा बन गई।

होली भाई दूज कब है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, होली भाई दूज 15 मार्च को दोपहर 2:33 मिनट पर शुरु होगी और अगले दिन 16 मार्च को शाम 4:58 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, इस बार होली भाई दूज 16 मार्च को मनाया जाएगा। भाई दूज के दौरान बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं।

तिलक लगाने का नियम

होली भाई दूज से पहले बहनें अपने भाइयों को भोजन ना न्यौता दें और उस दिन घर बुलाएं। जब भाई घर आए तो प्रेम व स्नेह से उनका स्वागत करें। ध्यान रहे तिलक करते समय भाई का मुख उत्तर-पश्चिम दिशा में हो। फिर भाई को कुमकुम से तिलक लगाकर चावल लगाए। इसके बाद भाई को नारियल देकर सभी देवी-देवता से उनकी सुख-समृद्धि व लंबी उम्र की प्रार्थना करें। फिर भाई को भरपेट भोजन करवाकर विदा करें।

भाई दूज का महत्व

यह त्यौहार भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत बनाता है और यह भाई-बहन के बीच प्रेम, स्नेह और सम्मान को प्रकट करता है। इस दिन, बहनें अपने भाइयों को तिलक करके उन्हें लंबी उम्र और सफलता की शुभकामनाएं देती हैं। इसके बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उन्हें हमेशा अपना समर्थन देने का वचन देते हैं।

Advertisement
Tags :
Advertisement