Holi 2025 : खून से सनी होली...शराब, रफ्तार और झगड़ों ने कई घरों में जलाए मातम के चिराग; अस्पताल बना शोकघर
ललित शर्मा
कैथल, 14 मार्च
कैथल में रंगों का त्योहार होली, इस बार कई परिवारों के लिए काला दिन बन गया। जश्न की उमंग में डूबी सड़कों पर खून बहा, कहीं रफ्तार ने जिंदगी छीनी तो कहीं नशे में धुत लोगों ने मारपीट कर अपना आपा खो दिया। जिलेभर में 40 से ज्यादा सड़क हादसे और झगड़ों की घटनाएं सामने आईं, जिनमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हुए।
सड़कों पर मौत का नाच
होली के जश्न में मस्त लोगों ने सड़क पर मौत की दस्तक दे दी। शराब के नशे में तेज रफ्तार गाड़ियों ने कहर बरपाया। कोई बाइक समेत पेड़ से टकराया तो किसी को तेज रफ्तार वाहन ने कुचल दिया। मृतकों की पहचान: रविंद्र (45), निवासी बिहार, राधेश्याम (42), निवासी गुहना, देवांशु (16), निवासी क्योड़क व अमरिंद्र (16), निवासी क्योड़क
अस्पताल बना शोकघर, परिजनों की चीख-पुकार
नागरिक अस्पताल में घायलों की भीड़ उमड़ पड़ी। डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के लिए घायलों का इलाज किसी चुनौती से कम नहीं था। परिजन अपनों को खोने के गम में बिलखते नजर आए। गंभीj घायल 3 लोगों को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया।
शराब और डीजे विवाद बने झगड़ों की वजह
होली की मस्ती ने कई जगहों पर हिंसक रूप ले लिया। डीजे की आवाज कम करने को लेकर कई जगहों पर झगड़े हुए। कहीं गली-मोहल्लों में लाठी-डंडे चले तो कहीं सड़क पर खुलेआम मारपीट हुई। पुलिस की 112 एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटी रही।
पुलिस की सख्त चेतावनी
कैथल पुलिस ने पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन होली पर नियमों की धज्जियां उड़ती रहीं। पुलिस का कहना है कि शराब पीकर गाड़ी चलाने और मारपीट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
सबक: त्योहार को नशे और लापरवाही की भेंट न चढ़ाएं
होली खुशियों का पर्व है, लेकिन यह तबाही का दिन बन गया। यह घटनाएं हमें सिखाती हैं कि त्योहार उल्लास के लिए होते हैं, उन्माद के लिए नहीं। नशे और लापरवाही से दूसरों की जिंदगी खतरे में डालने वालों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है।