होडल का सरकारी अस्पताल डॉक्टरों, दवाओं की कमी के चलते मरीज परेशान
बलराम बंसल/निस
होडल, 5 जुलाई
दूसरों के इलाज के लिए स्थापित किए गए होडल के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी व दवाई पूरी न मिलने के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा सरकार द्वारा करोड़ों की लागत से होडल में सरकारी अस्पताल का निर्माण किया गया है। सरकार द्वारा करोड़ों की लागत से यहां नई इमारत बनाई गई है व अलग से ऑक्सीजन केंद्र की स्थापना करके कोविड, डेंगू के मरीजों के लिए वार्ड भी बनाए गए हैं, लेकिन सरकारी अस्पताल में फिजिशियन, बच्चों, आंख, नाक, कान, गला व हड्डियों के डॉक्टर न होने के कारण मरीजों को अपना इलाज करवाने के लिए या तो प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है या सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पलवल, फरीदाबाद जाना पड़ता है। होडल के सरकारी अस्पताल में मरीजों के लिए पूरी तरह से दवाइयां भी उपलब्ध नहीं हैं। यहां बंदरों, कुत्ते के अलावा अन्य जानवरों द्वारा काटे जाने पर कई बार रेबीज के टीके भी नहीं मिल पाते। होडल में तीन फार्मासिस्ट की सीटें हरियाणा सरकार द्वारा निर्धारित की गई हैं, लेकिन एक भी फार्मासिस्ट होडल के सरकारी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। जिस कारण से नर्सों व अन्य कर्मचारियों द्वारा ही दवाइयां दी जा रही हैं।
सरकार, सीएमओ को करवा चुके अवगत : एसएमओ
एसएमओ डॉ. चरण सिंह का कहना है कि सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की व दवाइयां की कमी के बारे में सरकार व सीएमओ पलवल को लिखित तथा मौखिक रूप से अनेक बार अवगत करवाया गया है। उनके द्वारा आश्वासन भी दिया गया है, लेकिन अभी तक डॉक्टर व दवाइयों की कमी को पूरा नहीं किया गया है।