पीयू के गर्ल्स हॉस्टल नंबर-1 में एचआईवी पर जागरूकता सत्र आयोजित
चंडीगढ़, 1 दिसंबर (ट्रिन्यू)
विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में पंजाब विश्वविद्यालय के माता गुजरी हॉल, गर्ल्स हॉस्टल नंबर -1 में ‘एचआईवी और ड्रग्स की रोकथाम में युवाओं की भूमिका’ पर एक इंटरेक्टिव जागरूकता सत्र का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन हॉस्टल वार्डन डाॅ. स्मिता शर्मा और पीयू के सेंटर फॉर सोशल वर्क के डॉ. गौरव गौड़ ने मिलकर किया। मुख्य अतिथि के तौर पर डीएसडब्ल्यू (महिला) डाॅ. स्मिरित काहलों पधारीं।
अपनी बात में डॉ. गौरव गौड़ ने एचआईवी से जुड़े कलंक पर चर्चा की और एचआईवी से पीड़ित व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
उन्होंने हॉस्टल रहवासियों को नशीली दवाओं के इंजेक्शन के लिए आमतौर पर कई युवाओं द्वारा उपयोग की जाने वाली सीरिंज से उत्पन्न जोखिमों के बारे में भी जागरूक किया और इस बात पर जोर दिया कि यह चलन एचआईवी के संचरण में कैसे योगदान दे सकता है।
उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, साथियों के समर्थन और विश्वविद्यालय के भीतर और चंडीगढ़ क्षेत्र में युवाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न संसाधनों के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर डीएसडब्ल्यू (महिला) प्रो. सिमरित काहलों ने ऐसे सत्रों के महत्व पर जोर दिया और सिफारिश की कि पंजाब विश्वविद्यालय के सभी छात्रावासों में इसी तरह की पहल की जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्रों को एचआईवी और नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए अच्छी तरह से सूचित और सुसज्जित किया जाए। सत्र एक सकारात्मक नोट पर संपन्न हुआ, जिसमें छात्राओं ने जागरूकता और रोकथाम के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।