2024 में IPO बाजार की ऐतिहासिक सफलता, 90 कंपनियों ने जुटाए रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़
नई दिल्ली, 25 दिसंबर (भाषा)
IPO in 2024: 2024 का वर्ष भारतीय आईपीओ (IPO) बाजार के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। देश में आर्थिक वृद्धि, अनुकूल बाजार परिस्थितियों और नियामकीय सुधारों ने इस वर्ष कंपनियों को सार्वजनिक निर्गम (Initial Public Offering) के माध्यम से रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाने में मदद की।
इस वर्ष 90 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए धन जुटाया, जिनमें हुंदै मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) का 27,870 करोड़ रुपये का आईपीओ देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम बना।
इसके बाद स्विगी (Swiggy) - 11,327 करोड़ रुपये, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी (NTPC Green Energy) - 10,000 करोड़ रुपये, बजाज हाउसिंग फाइनेंस (Bajaj Housing Finance) - 6,560 करोड़ रुपये, और ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) - 6,145 करोड़ रुपये जैसे बड़े आईपीओ शामिल रहे।
2024 में आईपीओ का औसत आकार 1,700 करोड़ रुपये रहा, जो 2023 के 867 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग दोगुना है। इस वृद्धि का श्रेय खुदरा निवेशकों (Retail Investors) की बढ़ती भागीदारी, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign Portfolio Investors - FPI) की सक्रियता और निजी पूंजीगत व्यय (Private Capital Expenditure) में वृद्धि को दिया जा सकता है।
इस वर्ष एसएमई (Small and Medium Enterprises - SME) कंपनियों ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया। 238 छोटी और मझोली कंपनियों ने 8,700 करोड़ रुपये जुटाए, जो 2023 के 4,686 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है।
वर्ष 2025 में आईपीओ बाजार और मजबूत होगा
आगामी वर्ष 2025 के लिए बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आईपीओ बाजार और मजबूत होगा। करीब 75 कंपनियों के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (Draft Red Herring Prospectus - DRHP) विभिन्न अनुमोदन चरणों में हैं। अनुमान है कि 2025 में आईपीओ बाजार का आंकड़ा 2.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
कई बड़े आईपीओ आएंगे
विशेष रूप से, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) - 12,500 करोड़ रुपये, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया (LG Electronics India) - 15,000 करोड़ रुपये, और हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज (Hexaware Technologies) - 9,950 करोड़ रुपये जैसे बड़े आईपीओ अगले साल आने वाले हैं।
2024 में आईपीओ बाजार ने न केवल कंपनियों के भरोसे को मजबूत किया, बल्कि निवेशकों के लिए दीर्घकालिक लाभ के नए अवसर भी प्रस्तुत किए। विशेषज्ञों का मानना है कि इस सफलता ने भारतीय पूंजी बाजार (Indian Capital Market) को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है।