भूस्खलन से हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग फिर बंद
शिमला, 6 सितंबर (निस)
हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग किन्नौर-शिमला जिला के सीमा के पास ज्यूरी के नजदीक हुए भारी भूस्खलन और चट्टानें गिरने के कारण एक बार फिर अवरुद्ध हो गया है। आज सुबह हुए इस भूस्खलन के बाद समूचा किन्नौर जिला और स्पीति घाटी एक बार फिर शेष विश्व से सड़क संपर्क से कट गई है। हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग पर ये भूस्खलन शिमला से लगभग 155 किलोमीटर दूर ज्यूरी के पास हुआ और पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा चट्टानों के साथ सड़क पर आ गिरा। इसके चलते सड़क का लगभग 100 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जानकारी के मुताबिक इस सड़क पर हल्के पत्थर गिरते देख नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने पहले ही पुलिस को घटना स्थल पर तैनात कर दिया था। पहाड़ से भूस्खलन की आशंका को देखते हुए पुलिस ने घटना से पहले ही यातायात रोक दिया था क्योंकि लगभग 100 मीटर के हिस्से में चट्टानें टूटकर गिर रही थी। पहाड़ से हुआ ये भूस्खलन इतना भयानक था कि कुछ देर के लिए लोगों की सांसें थम गई। भूस्खलन के बाद नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने अपनी मशीनरी मौके पर तैनात कर दी है और आज रात तक सड़क को बहाल करने के प्रयास जारी हैं। सड़क अवरुद्ध हो जाने के चलते लोग जान जोखिम में डालकर और पहाड़ पर चढ़कर इधर-उधर आ जा रहे हैं। नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिशासी अभियंता के.एन सुमन ने बताया कि मार्ग को बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
चार दिन के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट
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शिमला (निस) : हिमाचल प्रदेश में मॉनसून कल से फिर सक्रिय होने जा रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमानों में कहा गया है कि सात सितंबर से राज्य में मॉनसून फिर जोर पकड़ेगा। विभाग ने 7 से 10 सितंबर तक राज्य के मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा और अंधड़ चलने और आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 7 से 11 सितंबर के बीच राज्य के अधिकांश स्थानों पर व्यापक से भारी वर्षा होगी। इस पूर्वानुमान के मद्देनजर विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है और कहा है कि भारी वर्षा के चलते भूस्खलन तथा जमीन धंसने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। विभाग ने ये भी कहा है कि भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए नदी नालों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है। ऐसे में स्थानीय लोगों खासकर पर्यटकों को नदी नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है।