हिंदू देश का जिम्मेदार समाज, इसमें एकता जरूरी : भागवत
बर्धमान (प. बंगाल), 16 फरवरी (एजेंसी)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने दुनिया की विविधता को अपनाने के महत्व पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि हिंदू समाज का मानना है कि एकता में ही विविधता समाहित है। बर्धमान के साई ग्राउंड में आरएसएस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि हिंदू समाज में एकता की जरूरत है और अच्छे समय में भी चुनौतियां बनी रहेंगी। उन्होंने कहा, ‘हमें हिंदू समाज को एकजुट और संगठित करने की जरूरत है...समस्याओं की प्रकृति क्या है, इसके बजाय यह महत्व रखता है कि हम उनका सामना करने के लिए कितने तैयार हैं।’
पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले रैली आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद यह रैली आयोजित की गयी। संघ प्रमुख ने कहा, ‘लोग अकसर पूछते हैं कि हम केवल हिंदू समाज पर ही ध्यान क्यों देते हैं और मेरा जवाब है कि देश का जिम्मेदार समाज हिंदू समाज है। जो लोग संघ के बारे में नहीं जानते, वे अकसर सवाल करते हैं कि संघ क्या चाहता है। अगर मुझे जवाब देना होता, तो मैं कहता कि संघ हिंदू समाज को संगठित करना चाहता है, क्योंकि यह देश का जिम्मेदार समाज है।’ उन्होंने कहा, ‘यह हिंदू समाज है, जो दुनिया की विविधता को स्वीकार करके फलता-फूलता है।