‘भारतीय संस्कृति, परंपरा, और समाज का प्रतिबिंब है हिंदी साहित्य’
भिवानी, 10 दिसंबर (हप्र)
नवीन रचनाकारों की पीढ़ी को तैयार करने एवं उन्हें मंच प्रदान करने के उद्देश्य से शब्द सृजन संस्थान द्वारा वृंदावन साहित्य महोत्सव का आयोजन वृंदावन शोध संस्थान के ऑडिटोरियम में किया गया।
जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के 48 कवि-कवियित्रियों ने भाग लिया। शब्द सृजन संस्थान के साहित्य महोत्सव में साहित्यकारों की एक दर्जन पुस्तकों का विमोचन हुआ। महोत्सव के दौरान राष्ट्रीय संगोष्ठी, पुस्तक विमोचन, कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
जिसमें भिवानी निवासी पूर्व प्राचार्या एवं वरिष्ठ कवियित्री डॉ. अलका शर्मा को साहित्यिक सेवाओं के लिए वृंदावन साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। डॉ. अलका शर्मा को मिले सम्मान से कवि जगत में खुशी का माहौल है।
शब्द सृजन संस्थान (पंजी.) के अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार पांडेय ने बताया कि संस्थान प्रतिवर्ष देश में बड़े आयोजन करता है, जिसमें देश-विदेश के साहित्कार शामिल होते हैं। उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में डॉ. अलका शर्मा द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।