हिमाचल में 50 सालों की सबसे बड़ी आपदा : सुक्खू
ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 14 जुलाई
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि पिछले दिनों हिमाचल में हुई भारी वर्षा के कारण 50 सालों की सबसे बड़ी आपदा आई है। उन्होंने कहा कि इस आपदा के बाद अभी तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से 67000 से अधिक पर्यटकों और 12 हज़ार से अधिक वाहनों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। शुक्रवार को शिमला में एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा के बाद अभी तक प्रदेश में एक भी पर्यटक की मौत की सूचना नहीं है। उन्होंने चंद्रताल में फंसे 300 से अधिक पर्यटकों को बचाने के लिए चलाए गए राहत व बचाव अभियान को मानव इतिहास का दुर्लभ अभियान करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अभी तक इस प्राकृतिक आपदा से 4000 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया जा चुका है। नुकसान 8000 करोड़ तक पहुंचने की आशंका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी तक अपने बजट से 1100 करोड़ रुपये उपायुक्तों को जारी किए हैं। इसमें से 610 करोड़ लोक निर्माण और 218 करोड़ जल शक्ति विभाग को दिए गए हैं। इसके अलावा 180 करोड़ एसडीआरएफ के जारी किए गए हैं। इससे पहले सरकार ने 75 करोड़ की रकम भी राहत व बचाव कार्यों के लिए जारी की थी। उन्होंने केंद्र सरकार से आपदा के बाद फौरी राहत कार्यों के लिए 2000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि की मांग की। उन्होंने पिछले साल की आपदा राहत के तहत 315 करोड़ रुपये भी जारी करने की मांग की।
सेब सीजन शुरू होने से पहले सड़कें बहाल करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान के दृष्टिगत जारी राहत कार्यों की समीक्षा के लिए आज शिमला में आयोजित वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सेब सीजन की शुरुआत से पहले सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़कों को बहाल करने के अलावा इन क्षेत्रों से सेब की उपज के निर्यात के लिए वैकल्पिक मार्गों की संभावना तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने यातायात के सुचारू संचालन के लिए ठियोग-रामपुर, ठियोग-हाटकोटी, रामपुर-किन्नौर, छैला-नेरीपुल और ओड्डी रामपुर वाया कोटगढ़ सड़कों को पर्याप्त मात्रा में श्रमशक्ति और मशीनरी की तैनाती के साथ यातायात सुचारू रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को मशीनरी खरीदने के लिए 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किए। उन्होंने कहा कि इस सीजन में राज्य में सेब के लगभग 2 करोड़ बक्सों की पैदावार की उम्मीद है जो प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण पिछले साल के सीजन की तुलना में कम है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इन सड़कों के सुचारू संचालन की निगरानी के लिए लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता नोडल अधिकारी होंगे और वह सड़कों की स्थिति के संबंध में प्रतिदिन प्रधान सचिव, लोक निर्माण विभाग को रिपोर्ट देंगे।